कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को एक मानहानि मामले में गुवाहाटी की स्थानीय कोर्ट में पेश होंगे। आरएसएस के एक कार्यकर्ता ने पिछले साल राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। कामरूप के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने कई गवाहों के बयान के बाद राहुल गांधी को 29 सितंबर को कोर्ट में पेश होने के निर्देश दिए थे। आरएसएस के वकील बिजन महाजन ने बताया, ‘राहुल गाधी कोर्ट में पेश हुए थे। उन्हें 50 हजार रुपए का बॉन्ड भरने पर जाने की अनुमति दी गई।
राहुल गांधी ने गुवाहाटी में कहा, ‘मैं आरएसएस और देश को बांटने वाली अन्य संस्थाओं की विचारधारा के खिलाफ हूं। ये मेरे खिलाफ केस इसलिए किए जा रहे हैं, क्योंकि मैं गरीब लोगों, किसानों के अधिकारों और बेरोजगार युवाओं के लिए लड़ाई लड़ता हूं। मैं डरूंगा नहीं। मैं खुश हूं। वे जितने चाहते हैं, उतने केस मेरे खिलाफ दर्ज करा सकते हैं। मैं देश की एकता के लिए लड़ता रहूंगा।’
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यह केस राहुल गांधी की पिछले साल 12 दिसंबर को बारपेटा सत्र यात्रा से संबंधित है। बताया जा रहा था कि राहुल गांधी रोड़ शो में हिस्सा लेने से पहले सत्र जाएंगे। लेकिन उन्होंने सत्र नहीं जाकर सीधे रोड़ शो में हिस्सा लिया। बाद में राहुल गांधी ने दिल्ली में मीडिया से कहा था कि उन्हें आरएसएस कार्यकर्ताओं ने सत्र में प्रवेश नहीं करने दिया। साथ ही आरोप लगाया था कि आरएसएस ने उन्हें प्रवेश करने से रोकने के लिए महिलाओं को उकसाया था। राहुल गांधी के इस आरोप के बाद एक आरएसएस कार्यकर्ता ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। उनका कहना था कि इसमें आरएसएस की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के बयान से सत्र की छवि खराब हुई है।
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कांग्रेस की राज्य ईकाई के एक प्रवक्ता के मुताबिक कोर्ट में पेश के बाद गुरुवार शाम को वापस दिल्ली लौटने से पहले राहुल गांधी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित भी कर सकते हैं।’