Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने ऐन मौके पर अपनी रणनीति में बदलाव करके सियासत में नया दांव खेल दिया है। तमाम शिकवा-शिकायतों के बाद कांग्रेस ने तय किया है कि जहां उसके उम्मीदवार कमजोर हैं, वहां वह गठबंधन को सपोर्ट करेगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यरक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के संदर्भ में अपनी रणनीति को जगजाहिर कर दिया। ‘न्यूज18’ को दिए इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा, “उत्तर प्रदेश में हमारे तीन लक्ष्य हैं। बीजेपी आरएसएस को हराना, कांग्रेस की पार्टी की विचारधारा की रक्षा करना और विधानसभा चुनाव जीतना।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनका अर्जुन की तरह मछली की आंख का लक्ष्य तय हो गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि वर्तमान सियासी स्थिति उनके लिए ‘युद्ध’ के समान है। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश भारत की संस्थाओं की गरिमा को बचाना, युवाओं को रोजगार दिलाना और किसानों की दशा को ठीक करना है। उन्होंने कहा, “मेरा अर्जुन की तरह मछली की सिर्फ आंख देखी है और लोगों से भी कहा कि देखो। देश को समझ आ रहा है कि राहुल गांधी बिना डरे, बिना एक इंच पीछे हटे नरेंद्र मोदी जी के साथ, बीजेपी के साथ विचारधारा के कारण लड़ रहा है। ये बीजेपी के लोग भी कह रहे हैं।”
कांग्रेस के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उनके मन में नरेंद्र मोदी के लिए कोई नफरत नहीं है। राहुल ने कहा, “नरेंद्र मोदी एक व्यक्ति भी हैं और एक सोच भी। मैं मानता हूं कि यह सोच देश के लिए सही नहीं है। इसलिए मैं इस सोच के खिलाफ लड़ रहा हूं।” इस दौरान राहुल गांधी ने मायावती और अखिलेश यादव के संबंधों पर भी जवाब दिए। उन्होंने कहा कि निजी तौर पर उनके अखिलेश यादव के साथ अच्छे संबंध हैं। लेकिन, राजनीतिक रूप से वह अपनी विचारधारा को प्रमुखता दे रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव और मायावती एक धर्मनिरपेक्ष गुट है। लिहाजा, वह इस चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने के लिए इनका समर्थन करेंगे।

