कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज (19 मार्च को) कहा कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने भारत में व्यापक बेरोजगारी के बारे में वहीं बातें कही हैं जो पार्टी पिछले दो साल से कह रही है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे इनकार करते आये हैं। राहुल ने आज ट्वीट कर कहा, ‘‘नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने उस बात की पुष्टि की है जिसे हम पिछले दो साल से कहते आ रहे हैं। भारत के समक्ष व्यापक बेरोजगारी सबसे बड़ी चुनौती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश हमारे प्रधानमंत्री ऐसे हैं जो लगातार (इससे) इंकार करते रहते हैं। इस बात का डर है कि उनके ‘’अच्छे दिन’ को कहीं इससे नुकसान न पहुंचे।’
राहुल ने अपने इस ट्वीट के साथ एक अंग्रेजी अखबार की खबर टैग की, जिसका शीर्षक है, ‘‘नोबेल विजेता पॉल क्रुगमैन ने आगाह किया कि व्यापक बेरोजगारी से अंत हो सकता है भारत गाथा का।’’ राहुल ने कल संपन्न हुए पार्टी के 84वें महाधिवेशन में अपने समापन भाषण को देश के युवाओ में व्यापक स्तर पर बेरोजगारी पर केन्द्रित रखा और इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला।
राहुल ने कहा था कि पीएम मोदी और भाजपा ने पिछले चार साल में लोगों से सिर्फ झूठ बोला है। उन्होंने 2 करोड़ लोगों को सालाना नौकरी देने की बात कही, किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही लेकिन सब झूठ साबित हुए। उन्होंने पीएम मोदी को भ्रष्टाचार का पर्याय बताया और बीजेपी को कौरव करार दिया। लगभग एक घंटे लंबे भाषण में राहुल गांधी ने बीजेपी और बीजेपी अध्यक्ष पर हमला किया। राहुल ने कहा कि लोग हत्या के आरोपी एक शख्स को बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में स्वीकार कर लेंगे, लेकिन वही लोग इसी बात को कांग्रेस में स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वे लोग कांग्रेस पार्टी को आदर की दृष्टि से देखते हैं।