UP Politics: हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण को लेकर दिए गए बयानों पर यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने हमलावर रुख अपनाया था। इसको लेकर अब कांग्रेस ने मायावती पर पलटवार किया है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि मायावती ने आरएसएस और बीजेपी का समर्थन करने का “अनुबंध” लिया है और इसलिए उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करना जरूरी है।

दरअसल, असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष उदित राज ने आरोप लगाया कि जब भी लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आरएसएस और बीजेपी पर हमला करते हैं, तो मायावती को दर्द होता है। बता दें कि हाल ही में मायावती ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी आरक्षण के बारे में भ्रामक बयान दे रहे हैं और कहा था कि उनकी अपनी पार्टी ने केंद्र में अपने 10 साल के शासन के दौरान प्रमोशन में एससी/एसटी आरक्षण पर विधेयक को पारित नहीं होने दिया।

मायावती को बताया आरक्षण के खिलाफ

इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह भी दावा किया था कि जब कांग्रेस सत्ता में नहीं होती है, तो वह एससी, एसटी और ओबीसी के “उपेक्षित” वर्गों के बारे में बात करती है, लेकिन जब सत्ता में होती है, तो वह उनके हितों के “खिलाफ” काम करती है। मायावती पर पलटवार करते हुए उदित राज ने आरोप लगाया कि आरक्षण के खिलाफ है, जबकि गांधी इसे मजबूत करना चाहते हैं।

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कांग्रेस पार्टी के एक बड़े दलित नेता के तौर पर अपनी आवाज बुलंद करने वाले उदित राज ने कहा कि बीजेपी खुद का बचाव करने में असमर्थ है, इसलिए उसने अपने बचाव के लिए मायावती को नियुक्त किया है, जब राहुल गांधी RSS और पर हमला करते हैं, तो मायावती को दर्द महसूस होता है।

बीजेपी आरएसएस के समर्थन का लिया है ठेका

उदित राज ने कहा कि उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करना जरूरी है क्योंकि उसने आरएसएस और बीजेपी का समर्थन करने के लिए ‘सुपारी’ (ठेका) लिया है। उदित राज ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा उन्हें सहानुभूति की दृष्टि से देखा, अन्यथा बसपा इतने लंबे समय तक जीवित नहीं रह पाती।

उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती के चार बार मुख्यमंत्री बनने के बावजूद बसपा ने स्वास्थ्य, आरक्षण, रोजगार और जमीन के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। उदित राज ने कहा कि कोई भी बाबासाहेब अंबेडकर के लिए उतना नहीं कर सकता जितना कांग्रेस ने किया है। यह कांग्रेस ही थी जो बाबासाहेब अंबेडकर को संविधान सभा में लेकर आई थी।

उदित राज ने कहा कि जब अंबेडकर जी संविधान मसौदा समिति के प्रमुख बने…तब कांग्रेस पार्टी ने उन्हें भी कानून मंत्री बनाया था।