भारतीय रुपया इस दिनों अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिसके लिए देश में राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहरा रही है। इसी मुद्दे को लेकर देश में राजनीतिक चर्चा गरम है। सरकार इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रही है जबकि राजनीतिक पार्टियां लगातार सवाल पूछ रही है।
रुपए की गिरावट पर बोलते हुए आज तक पर डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता अलोक मिश्रा ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि “मित्रों रुपया ICU में चला गया है।” इस पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया भड़क गए और पलटवार करते हुए कहा कि “राहुल गांधी वेंटिलेटर पर चले गए, राजनीति बंद हो गई”। फिर आगे कांग्रेस के प्रवक्ता अलोक मिश्रा ने कहा कि “देखो मुद्दा उठाते ही कैसे मिर्ची लगी।”
कांग्रेस ने बोला हमला: रुपए की गिरती कीमत पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस की एक ओर से एक ट्वीट किया गया जिसमें कहा गया कि मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है रुपए की हालत बदतर होती जा रही है, आज हालात इतने खराब हो गए हैं कि रुपया सर्वकालिक निम्न स्तर पर पहुंच गया है ऐसे मुश्किल वक्त में जनता कांग्रेस के सच्चे दिनों की याद कर रही है।
इसके साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें दिखाया जा रहा है कि 2012 में जब डॉ मनमोहन सिंह भारत के प्रधानमंत्री थे तब रुपए की कीमत 49.44 रुपए थी जबकि पीएम मोदी के कार्यकाल में यह कीमत 77 रुपए से भी नीचे पहुंच गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट: रुपए की कीमत के साथ देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भी बड़ी गिरावट हो रही है, ताजा आकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर से भी निचे आ चुका है। रिजर्व बैंक के अनुसार 29 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.695 अरब डॉलर गिरकर 597.73 अरब डॉलर रह गया है। यह लगातार आठवां हफ्ता था, जब देश के फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट हुई है।
