सूत्रों ने जानकारी दी कि सीमा मुद्दों पर चर्चा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के सांसदों ने रक्षा समिति की बैठक से वॉकआउट किया। राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस सांसदों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें अनुमति नहीं दी और वे बैठक से बाहर चले गए। वहीं एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा, ‘यह बिल्कुल गलत है कि मैं राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनूंगा। मुझे पता है कि जिस पार्टी के पास 300 से ज्यादा सांसद हैं, उसे देखते हुए क्या नतीजा होगा। मैं राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार नहीं बनूंगा।’

इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति की बैठक में चर्चा के लिए लाए गए विषय को लेकर विरोध दर्ज कराया और कहा कि समिति की बैठक में सीमा पर चीन के आक्रामक रवैये और दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि भाजपा सांसद जुआल ओरांव की अध्यक्षता वाली समिति में शामिल कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने भी राहुल गांधी का समर्थन किया।

एक सूत्र ने बताया, ‘‘बैठक के एजेंडे में छावनी बोर्डों के कामकाज पर चर्चा करना शामिल था। राहुल गांधी ने कहा कि पिछली कुछ बैठकों से लगातार इसी पर बात हो रही है। उन्होंने कहा कि इस पर बात हो, लेकिन चीन सीमा पर जो कर रहा है और अफगानिस्तान में जो हो रहा है, ऐसे बड़े मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए।’’

सूत्रों के अनुसार, इस पर समिति के प्रमुख ओरांव ने कहा कि जो विषय एजेंडे में है, उसी पर बात होगी। सूत्रों ने बताया, ‘‘एक अन्य विपक्षी दल के नेता ने भी राहुल गांधी की बात का समर्थन किया और कहा कि चीन की आक्रमकता समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना जरूरी है।’’

बता दें कि कांग्रेस ने बुधवार को देश में कोरोना रोधी टीकों की कमी होने का दावा किया और कहा कि केंद्र सरकार की विफलता के कारण देश कोविड की तीसरी लहर की चपेट में आ सकता है।

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार के पास ‘जुमले हैं, टीके नहीं हैं।’ उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘जुमले हैं, वैक्सीन नहीं!’’ कांग्रेस नेता ने जो खबर साझा की, उसमें कहा गया है कि कई राज्यों में टीकों की कमी है, हालांकि केंद्र ने इससे इनकार किया है।