लोकसभा में मंगलवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस जारी है। मंगलवार को नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर बोले। उन्होंने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया। राहुल गांधी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर वाले दावे का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख असिम मुनीर की मुलाकात को लेकर भी मोदी सरकार को घेरा। इसी दौरान राहुल गांधी ने जोर से टेबल पर हाथ मार दिया।

‘…ये सदन की प्रॉपर्टी है मत तोड़ो’

जैसे ही राहुल ने टेबल पर हाथ मारा, उसके तुरंत बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोका ओम बिरला ने कहा, “माननीय सदस्य, ये हाउस की प्रॉपर्टी है, इसको नुकसान न पहुंचाइए।” इसके तुरंत बाद राहुल गांधी ने कहा कि सॉरी, सॉरी। इस दौरान सभी संसद सदस्य हंसने लगे।

ट्रंप के दावे पर पीएम मोदी ने कहा, “ट्रंप ने 29 बार कहा है कि हमने सीजफायर करवाया। अगर दम है तो प्रधानमंत्री यहां सदन में यह बोल दें कि वह झूठ बोल रहे हैं। रक्षा मंत्री ने सदन में कहा कि हमने रात 1.35 बजे पर पाकिस्तान को यह बताया कि हमने आतंकी ठिकानों पर हमला किया है। यह एस्केलेटरी नहीं थी। अब कोई एस्केलेशन नहीं होना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री मोदी में इंदिरा गांधी जितनी आधी भी हिम्मत है तो उन्हें संसद में आकर साफ-साफ कहना चाहिए कि हमने कोई विमान नहीं खोया और युद्धविराम ट्रंप ने नहीं किया। पूरे अभ्यास का लक्ष्य प्रधानमंत्री की छवि को बचाना था।”

‘पीएम मोदी में दम हैं तो कहें डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहे’, जानें राहुल गांधी के भाषण की बड़ी बातें

पहलगाम में हुआ हमला क्रूर और निर्दयी था- राहुल गांधी

राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में कहा कि पहलगाम में हुआ हमला क्रूर और निर्दयी था, जो पूरी तरह पाक प्रायोजित था। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने भारत की सेना और चुनी हुई सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहने की प्रतिबद्धता जताई थी। राहुल गांधी ने कहा कि हमें गर्व है कि एक विपक्ष के तौर पर हम उस तरह एकजुट रहे जैसा हमें होना चाहिए था।

राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की तुलना 1971 के युद्ध से की, लेकिन दोनों में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा कि 1971 में भारत में राजनीतिक इच्छाशक्ति थी। इंदिरा गांधी ने सैम मानेकशॉ को पूरी आज़ादी दी थी, यहां तक कि जब अमेरिकी जहाज़ भी घुस आए थे।