जम्मू – कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी घटना को लेकर विश्व के देशों को अपडेट करने के लिए भारत ने अपने सांसदों के कई डेलीगेशन विदेश भेजे हैं। ये सभी डेलीगेशन अलग – अलग देशों में जाकर वहां की सरकारों को पहलगाम आतंकी हमले और फिर इसके बाद पाकिस्तान में आतंक के अड्डों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में ब्रीफ कर रहे हैं।

अमेरिकी देशों में भारतीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल केरल की त्रिवेंद्रपुरम लोकसभा से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में गया है। यहां पनामा में बोलते हुए थरूर ने कहा कि हमने पाकिस्तान द्वारा किए गए आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में वहां के 9 ठिकानों को निशाना बनाया। ऐसा पहली बार हुआ कि हमले लाइन ऑफ कंट्रोल को पार किया। थरूर के इस बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए विरोध व्यक्त किया है।

पूर्व सांसद उदित राज ने कहा, “कांग्रेस सांसद शशि थरूर भाजपा के सुपर प्रवक्ता हैं और जो भाजपा नेता नहीं कह रहे हैं वह शशि थरूर कर रहे हैं। यानी पीएम मोदी और सरकार के पक्ष में बोल रहे हैं। क्या उन्हें पता भी है कि पहले की सरकारें क्या करती थीं? इस मामले पर केंद्र सरकार भारतीय सशस्त्र बलों का श्रेय ले रहे है।” उदित राज ने यह भी कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों में कई बार सर्जिकल स्ट्राइक अंजाम दी गई लेकिन भी न तो सेना का क्रेडिट छिना गया और न ही सरकार ने अपना महिमामंडन किया।

पनामा में क्या बोले शशि थरूर?

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पनामा में कहा कि हाल के वर्षों में जो बदलाव आया है, वह यह है कि आतंकवादियों को भी एहसास हो गया है कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी, इस पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सितंबर 2015 में उरी हमले के बाद भारत ने  एक आतंकी अड्डे, एक लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए भारत ने पहली बार LoC क्रॉस की। उन्होंने कहा कि इससे पहले कारगिल युद्ध के दौरान भी हमने नियंत्रण रेखा पार नहीं की थी।

उन्होंने कहा कि भार ने 2019 पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में स्ट्राइक की थी लेकिन इस बार भारत ने इससे भी बड़ा एक्शन लिया और  नौ स्थानों पर आतंकी ठिकानों, प्रशिक्षण केंद्रों, आतंकी मुख्यालयों पर हमला करके पाकिस्तान के पंजाबी गढ़ में हमला किया है।

इससे पहले पनामा असेंबली अध्यक्ष डाना कास्टानेडा से मुलाकात के बाद शशि थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमने पनामा सिटी के अध्यक्ष को कश्मीर की एक शॉल भेंट की, ये शॉल उसी पहलगाम जगह की है जहां आतंकी हमला हुआ था। जिसके बाद वहां राष्ट्रपति ने हमें पनामा के योद्धाओं का प्रतीक देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हम उस ताकत के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे और मुझे लगा कि यह वहां की नेशनल असेंबली से विदा लेने के लिए एक अच्छा संदेश था।,”

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