कांग्रेस नेता उदित राज का कहना है कि धर्म को राजनीतिक से अलग रखना चाहिए और राज्य को किसी भी धर्म को बाधित या प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कुंभ को लेकर भी एक ट्वीट किया था। उदित ने सवाल किया है कि जब सरकारी पैसे से धार्मिक पढ़ाई नहीं हो सकती तो सरकारी खर्च पर कुंभ मेले का आयोजन क्यों कराया गया। हालांकि बाद में उदित राज ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
उदित राज ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार ने कुंभ मेले पर 4200 करोड़ क्यों खर्च किए। राज ने इसके साथ ही धार्मिक शिक्षा का भी मुद्दा उठाया। उदित राज ने कहा कि सरकारी पैसे से किसी भी धर्म की पढ़ाई नहीं की जानी चाहिए और ना ही इससे धार्मिक कर्मकांड हो। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार का कोई धर्म नहीं होना चाहिए।
यह ट्वीट करते ही उदित भाजप नेताओं और ट्रोल्स के निशाने पर आ गए, जिसके बाद उन्हें अपना ट्वीट डिलीट कर दिया और एएनआई से कहा है कि धर्म को राजनीतिक शक्ति से अलग होना चाहिए। उन्होंने सफाई दी कि इस संदर्भ में मैंने कुंभ मेले के खर्च का उदाहरण दिया, यह बहुत बड़ा था।
मित्रों ये है गांधी परिवार की सच्चाई ..
पहले affidavit दे कर SC में कहा था “भगवान श्री राम मात्र काल्पनिक है ..उनका कोई अस्तित्व नहीं” और अब प्रियंका वाड्रा जी का कहना है की कुंभ मेला भी बंद होना चाहिए!!
तभी तो दुनिया कहती है राहुल और प्रियंका “सुविधा-वादी” हिंदू है !! https://t.co/RwsP71FmNo— Sambit Patra (@sambitswaraj) October 15, 2020
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता संबित पात्रा ने एक ट्वीट किया है। पात्रा ने इसके लिए प्रियंका और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए लिखा “मित्रों ये है गांधी परिवार की सच्चाई .. पहले affidavit दे कर SC में कहा था “भगवान श्री राम मात्र काल्पनिक है ..उनका कोई अस्तित्व नहीं” और अब प्रियंका वाड्रा जी का कहना है की कुंभ मेला भी बंद होना चाहिए!! तभी तो दुनिया कहती है राहुल और प्रियंका “सुविधा-वादी” हिंदू है !!”
पात्रा के अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुंभ मेले पर उदित राज की टिप्पणी पर कहा कि कुछ लोगों के पास विकास के लिए विचार और इच्छाएँ नहीं हैं। जब किसी कार्यक्रम में करोड़ों लोग आते हैं, तो सरकार को अवसंरचना विकसित करना और सुविधाएं प्रदान करना है। इस तरह के आयोजनों से बुनियादी ढांचे के विकास के अवसर मिलते हैं।
वहीं यूपी सरकार के मंत्री बृजेश पाठक ने कहा “कुंभ अब एक वैश्विक मामला है, यह सिर्फ उत्तर प्रदेश सरकार तक सीमित नहीं है। किसी को ऐसी घटना पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, जिसमें दुनिया भर के लाखों लोग शामिल हों।”