कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने BJP और RSS पर बड़ा जुबानी हमला बोला है। शनिवार को तमिलनाडु के तूतूकुड़ी में वकीलों के एक कार्यक्रम में उन्होंने दावा किया कि देश की संवैधानिक संस्थाएं तबाह कर दी गई हैं। आलम यह है कि संसद और न्यायपालिका पर अब किसी का भरोसा नहीं रहा। उनके मुताबिक, “ईडी और सीबीआई का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है।” वह आगे बोले, “BJP जानती है कि मैं भ्रष्टाचारी नहीं हूं, इसलिए वह मुझसे डरती है।” राहुल गांधी ने कहा, ”मैं न्यायपालिका के साथ-साथ संसद में भी महिला आरक्षण का पूर्ण समर्थन करता हूं। हर एक जगह पर, पुरुषों को महिलाओं को उसी नजरिए के साथ देखने की ज़रूरत होती है जिससे वे स्वयं को देखते हैं।”
राहुल ने कहा कि पिछले 6 सालों में, चुनी गई संस्थाओं और देश को एक साथ रखने वाली स्वतंत्र प्रेस पर सुव्यवस्थित तरीके से हमला हुआ है। लोकतंत्र एक दम से नहीं मरता, धीरे-धीरे मरता है। आरएसएस ने संस्थाओं में संतुलन को खत्म कर दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि देश के सेक्युलर ढांचे पर बीजेपी और आरआरएस हमला कर रहे हैं। ये न सिर्फ संविधान पर बल्कि हमारे इतिहास और संस्कृति पर भी हमला है। इसके खिलाफ हम सबको मिलकर लड़ने की जरूरत है।
कार्यक्रम में राहुल गांधी ने वीओसी कॉलेज में चिदंबरनार की मूर्ति पर माल्यार्पण भी किया। बता दें कि राहुल गांधी तीन दिन के तमिलनाडु के दौरे पर हैं।
LIVE: Shri @RahulGandhi interacts with Advocates at VOC College, Thoothukudi, Tamil Nadu. #TNwithRahulAnna https://t.co/sRIuUrcO0p
— Congress (@INCIndia) February 27, 2021
#WATCH : Ques isn’t whether PM is useful or useless. Ques is who is he useful to? PM is extremely useful to 2 people i.e. ‘Hum do Humare Do’, who are using him to increase their wealth, & useless to the poor: Rahul Gandhi while replying to a ques at VOC College in Thoothukudi, TN pic.twitter.com/CPleSwi9BA
— ANI (@ANI) February 27, 2021
गौरतलब है कि असम, बंगाल, केरल, पुदुचेरी और तमिलनाडु चुनाव राहुल गांधी के लिए इसलिए अहम है क्योंकि अगर पार्टी को इन चुनावों में कामयाबी मिलती है तो उनकी कांग्रेस अध्यक्ष बनने की राह और आसान हो जाएगी।
कांग्रेस के हलकों में यह बात जगजाहिर है कि राहुल गांधी चुनावी सफलता की तलाश कर रहे हैं। खासकर केरल में, जहां सीएम विजयन एक तरह के पोस्टर बॉय बन गए हैं।
अगर कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ विजयन को हराता है तो राहुल गांधी की पार्टी अध्यक्ष के रूप में वापसी मुश्किल नहीं होगी।