Rahul Gandhi Punjab Visit: कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को अमृतसर और गुरदासपुर जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने के लिए पंजाब के दौरे पर थे। राहुल गांधी को स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ के जवानों ने भारत-पाक बॉर्डर पर मौजूद बस्तियों की तरफ जाने से रोक दिया। कांग्रेस नेता को बताया गया कि उफनती नदी के कारण कटे हुए जीरो लाइन वाले गांवों तक नाव से जाने की कोशिश करना असुरक्षित है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने बाद में दावा किया कि गृह मंत्री अमित शाह ने मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन करके सुरक्षा कारणों से राहुल गांधी को यह दौरा ना करने की सलाह दी गई थी। वडिंग ने कहा, “मैं राहुल गांधी को गाड़ी में लेकर घटनास्थल पर जा रहा था, तभी खड़गे जी ने फोन करके बताया कि अमित शाह ने उन्हें फोन किया है और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए गांधी को जीरो लाइन पर बसे गांवों में जाने से तुरंत रोकने को कहा है।”
राहुल गांधी ने अधिकारी से पूछा सवाल
एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें राहुल गांधी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सवाल पूछ रहे हैं कि उन्हें रावी नदी पार करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है। गांधी ने पंजाब पुलिस के एक अधिकारी से पूछा, “आप मुझसे कह रहे हैं कि आप मुझे भारतीय क्षेत्र में सुरक्षित नहीं रख सकते। आप यही कह रहे हैं।” इस पर अधिकारी ने जवाब दिया, “हम आपकी सुरक्षा के लिए सदैव तैयार हैं।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “लेकिन आप कह रहे हैं कि वह भारत है और आप भारत में मेरी रक्षा नहीं कर सकते।” गांधी ने पूछा, “क्या यह भारत नहीं है। आप कहना चाहते हैं कि विपक्ष के नेता इसलिए नहीं जा सकते क्योंकि पंजाब पुलिस सुरक्षा करने में असमर्थ है।”
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राहुल गांधी ने लोगों को दिया भरोसा
बता दें कि अजनाला के बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा करने के बाद राहुल सीधे गुरुद्वारा बुड्ढा साहिब जी पहुंचे और बाढ़ प्रभावित पंजाब की भलाई के लिए अरदास की। प्रबंधन ने उन्हें एक ‘सिरोपा’ भेंट किया। बाढ़ प्रभावित लोगों से बात करने के बाद राहुल गांधी ने उनकी चिंताओं के बारे में पूछा। नदी किनारे रहने वाले ज्यादातर लोगों ने अपने घरों के लिए तुरंत मुआवजा मांगा। गांधी ने उन्हें भरोसा दिया कि वह उनकी चिंताओं को उठाएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “राज्य और केंद्र सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राहत और मुआवजा पीड़ितों तक बिना किसी देरी के पहुंचे। मैं हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ा हूं और उनकी आवाज उठाऊंगा और यह सुनिश्चित करूंगा कि उन्हें हर संभव मदद मिले।”