दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्र के अध्यादेश के मुद्दे पर विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने की कोशिशों में लगे हैं। वे कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से भी मिलने का समय मांगा था। लेकिन कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को अब तक इस मीटिंग को लेकर कुछ खास जवाब नहीं दिया है।

इसके उलट कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हम इस प्लेग (बीमारी) से दूर रहना चाहते हैं। इससे जितना दूर रहेंगे उतना अच्छा है।

क्या बोले प्रताप सिंह बाजवा

पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मैंने और मेरे साथियों ने पार्टी आलाकमान को साफ-साफ बता दिया है कि यह बीजेपी की बी टीम है। भाजपा और आप एक ही सिक्के का दो पहलू हैं। इस आदमी (अरविंद केजरीवाल) को विपक्ष में छोड़ दिया गया है ताकि विपक्ष की आमने-सामने की टक्कर न हो। हमें अरविंद केजरीवाल से बहुत सावधान रहना है। कांग्रेस का इससे कोई लेना देना नहीं है।

दिल्ली कांग्रेस भी खिलाफ

दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को सुझाव दिया है कि केंद्र के अध्यादेश पर केजरीवाल का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने भी कहा कि जहां वैचारिक मतभेद होते हैं, वहां गठबंधन नहीं होता।

एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दिल्ली कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई है, जिसमें नेताओं ने उन्हें इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी का साथ नहीं देने की सलाह दी है। नेताओं का ऐसा कहना है कि इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है। हालांकि, इससे पहले जब विपक्षी एकता पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी तो इस दौरान, पार्टी नेतृत्व ने आप का साथ देने का संदेश दिया था।