कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार (2 दिसंबर) को जयपुर में थे। सिंधिया ने भाजपा के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भाजपा को सीखना है कि मंदिर कैसे बनाना है तो वह सिंधिया परिवार से सीख सकते हैं। उनके परिवार ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में कुल मिलाकर 60 मंदिर बनवाए हैं लेकिन कभी भी संप्रदायों के बीच कोई विवाद नहीं हुआ।
सिंधिया ने भाजपा को राममंदिर पर घेरते हुए कहा, ”राजनीति में धर्म नहीं आना चाहिए और धर्म में राजनीति नहीं आनी चाहिए। जहां तक धर्म की बात है, ये हर व्यक्ति का निजी मामला है। बीजेपी की आदत है कि शोर मचाओ और कहो- कसम गीता की, मंदिर हम वहीं बनाएंगे, पर तारीख नहीं बताएंगे”
J Scindia in Jaipur, Rajasthan: This is BJP’s reality. If they want to learn how to construct a temple, they should learn that from Scindia family, which made 60 temples across the state, including Rajasthan, UP & MP, Maharashtra but there was never a trouble between communities. https://t.co/3PmWWI4wOm
— ANI (@ANI) December 2, 2018
सिंधिया यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, ”यही बीजेपी की वास्तविकता है। अगर वे सीखना चाहते हैं कि मंदिर कैसे बनाएं तो उन्हें सिंधिया परिवार से सीखना चाहिए, जिसने यूपी, एमपी, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों में 60 मंदिर बनवाए लेकिन कभी भी दो संप्रदायों के बीच कोई समस्या नहीं हुई।”
उन्होंने कहा, ”हमारा मकसद विकास है, जो हर समुदाय और समाज को आपस में जोड़ता है। ये हमारी पुरानी परंपरा है, जिससे हम आगे आने वाले वक्त में भी बंधे रहेंगे। जिस प्रकार सुषमा जी बयान दे रही हैं, उन्हें योगी आदित्यनाथ से उनके राजस्थान में दिए बयान के बारे में पूछना चाहिए, उनको सही जवाब मिल जाएगा।’
बता दें कि सुषमा स्वराज ने कुछ दिन पहले राजस्थान में अपने एक बयान में कहा था, ”राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिंदू होने का मतलब नहीं पता है। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वह और कांग्रेस अपने धर्म और जाति के बारे में कन्फ्यूज हैं। कई सालों से उन्हें सेक्युलर नेता के तौर पर पेश किया गया लेकिन चुनाव के पास उन्हें एहसास हुआ कि हिंदू बहुसंख्यक हैं इसलिए अब ऐसी छवि बना रहे हैं।”