कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के भतीजे मुबशर आजाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। बता दें कि जम्मू कश्मीर कांग्रेस के लिए यह बड़े झटके समान है। यह तब हुआ है जब कांग्रेस और गुलाम नबी आजाद की बीच तल्खी की खबरें सामने आ रही थीं। ऐसे में अब सियासी कयासों का दौरा शुरू हो चुका है। बता दें कि भाजपा इसे टर्निंग प्वाइंट बता रही है।
बता दें कि बीते कई महीनों से गुलाम नबी आज़ाद और कांग्रेस में भी दूरी देखी गई है। आजाद कांग्रेस के नेता होने के साथ एक मुखर आलोचक हैं। वो कांग्रेस के G23 नेताओं में शामिल हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर एक सक्रिय नेतृत्व के साथ-साथ कांग्रेस में व्यापक सुधार की मांग की थी। हालांकि आजाद तब से कई कांग्रेसी नेताओं के निशाने पर भी बने रहे हैं।
इस बीच गुलाम नबीं आजाद के भतीजे का भाजपा में शामिल होना सवाल उठा रहा है कि क्या अब गुलाम नबी आजाग भी कांग्रेस से छिटककर बीजेपी का रुख करेंगे। बता दें कि बीते कुछ दिनों में कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं ने पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गये हैं।
वहीं भाजपा में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुबशर ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अपने चाचा के प्रति किए गए अनादर से वह ‘गंभीर आहत’ हैं। इस अपमान की वजह से उन्होंने कांग्रेस से दूरी बना ली। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के करिश्माई नेताओं में शुमार हैं लेकिन उनके साथ जिस तरह का व्यवहार हुआ, उससे आम जनता की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
मुबशर ने कहा कि कांग्रेस के भीतर जहां अंदरूनी कलह है, वहीं पीएम मोदी ने आम जनता का विश्वास हासिल किया है। उन्होंने कहा, “हम समाज और राष्ट्र के हित में पीएम मोदी और भाजपा के साथ खड़े होने का संकल्प लेते हैं।”
बता दें कि कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर पार्टी के स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की थी उसमें भी आजाद का नाम शामिल नहीं था। ऐसे में अटकलें तेज हो गईं कि पार्टी और आजाद के बीच सबकुछ बेहतर नहीं हैं।