कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने गुरुवार (7 जुलाई 2022) को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। जिसके बाद शर्मा के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गईं हैं। हालांकि, उन्होंने इस तरह की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। आनंद शर्मा ने कहा कि अगर उन्हें ऐसा करना होगा, तो वह खुलेआम करेंगे क्योंकि हम दोनों एक ही राज्य से हैं।
आनंद शर्मा ने कहा कि उनका जेपी नड्डा से पुराना सामाजिक और पारिवारिक नाता है। हम दोनों हिमाचल प्रदेश से हैं और दोनों ने एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरे राज्य और विश्वविद्यालय से आने वाला कोई व्यक्ति सत्तारूढ़ दल का अध्यक्ष है। जेपी नड्डा के साथ मुलाकात के बाद आनंद शर्मा ने कहा, “अगर मुझे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलना होगा, तो मेरे पास उनसे मिलने के सारे अधिकार हैं। मेरे लिए वह सिर्फ बीजेपी के अध्यक्ष नहीं हैं। इससे कोई राजनीतिक महत्व नहीं जुड़ा होना चाहिए।”
अलग विचारधारा का मतलब निजी मतभेद नहीं: आनंद शर्मा ने आगे कहा, “अगर मुझे उनसे मिलना होगा तो मैं खुलकर जाऊंगा, इसमें कौन सी बड़ी बात है? मैं कांग्रेस से ताल्लुक रखता हूं। उनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग होने का होने का मतलब यह नहीं है कि हमारे बीच कोई निजी मतभेद है। हम वैचारिक विरोधियों को अपना सामाजिक दुश्मन नहीं बनाते।” कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मुलाक़ात के बारे में अटकलें लगाने और अफवाहें फैलाने का कोई मतलब नहीं है।
बच्चे भी आपस में मिलते हैं: कांग्रेस नेता ने बताया कि वो और जेपी नड्डा मिलते रहते हैं, उनके बच्चे भी आपस में मिलते रहते हैं। आनंद शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ ने उन्हें और जेपी नड्डा को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में जाने को लेकर नड्डा जी से फोन पर बात हुई थी।
इससे पहले मई महीने में भी आनंद शर्मा ने जेपी नड्डा से मुलाकात और बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि उनके भाजपा में शामिल होने की अफवाह फैलाई जा रही है लेकिन यह बात गलत है और किसी की राजनीतिक शरारत है।
