मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी और ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ गया है। दोनों ने आज केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था। दोनों के मंत्रालयों का अतिरिक्त प्रभार दूसरे मंत्रियों को दे दिया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस्पात मंत्रालय जबकि स्मृति ईरानी को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
नकवी और आरसीपी सिंह का राज्यसभा कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो रहा है। कैबिनेट बैठक में इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों की तारीफ की थी। नकवी के पास अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय जबकि आरसीपी सिंह के पास इस्पात मंत्रालय था।
वैसे नकवी को लेकर यूपी के उप चुनावों के दौरान भी अटकलें लगी थीं। तब चर्चा थी कि उन्हें रामपुर से बीजेपी उतार सकती है। लेकिन आखिरी क्षणों में उनका पत्ता कट गया। अब संसद में बीजेपी का कोई भी मुस्लिम सांसद नहीं बचा है। लोकसभा में पहले से बीजेपी के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं था जो मुस्लिम समुदाय से हो।
राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा ने नकवी और नीतीश ने आरसीपी को कहीं से भी उम्मीदवार नहीं बनाया था। कार्यकाल खत्म होने के बाद उनका मंत्री पद जाना तय था। हालांकि नकवी को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें एनडीए का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार या फिर किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बना सकती है।
आरसीपी सिंह जदयू के राज्यसभा सांसद थे। लेकिन नीतीश कुमार से मनमुटाव के चलते उन्हें दोबारा उच्च सदन का टिकट नहीं मिला। भाजपा से बढ़ती नजदीकियों ने उन्हें अपनी पार्टी से दूर कर दिया। लेकिन माना जा रहा है कि उनकी बीजेपी से नजदीकी उन्हें कोई दूसरी बड़ी जिम्मेदारी दिला सकती है।