कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम इन दिनों चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्री कल्कि धाम शिलान्यास के संदर्भ में आमंत्रित करने के लिए मुलाकात की थी। अब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के एक और बड़े नेता से मुलाकात की है। हालांकि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से न देखने की अपील की है।
आचार्य प्रमोद ने रविवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में आचार्य प्रमोद कृष्णम, बतौर कांग्रेस कैंडिडेट राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में थे।
राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “19 फरवरी को श्री कल्कि धाम का शिलान्यास हो रहा है, उस समारोह के लिए मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आमंत्रित करने आया था। आज की मुलाकात का और कोई प्रयोजन नहीं है, इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से न देखा जाए।”
कल्कि धाम का शिलान्यास
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के संभल में कल्किधाम का निर्माण होगा। आचार्य प्रमोद कृष्णम इस धाम के पीठाधीश्वर हैं। इससे पहले उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को भी शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया था। यह पूछे जाने पर कि क्या वह बीजेपी में शामिल होंगे? आचार्य प्रमोद ने कहा कि आज की मुलाकात का कोई प्रयोजन नहीं है। कल्कि धाम का पीठाधीश्वर होने के नाते से मैं उनको आमंत्रित करने आया था।
भारत के प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं- आचार्य प्रमोद
आचार्य प्रमोद इससे पहले कांग्रेस आलाकमान समेत कई नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस के न शामिल होने पर भी उन्होंने अपनी ही पार्टी को घेरा था। इससे पहले आचार्य ने पीएम मोदी से मुलाकात कर उनकी तारीफ भी की थी, जिसके बाद उनके भाजपा में जाने के कयास लगने लगे थे।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात पर कहा, “भारत के प्रधानमंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं है, उन्हें श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित करना भी कोई गुनाह नहीं है और अगर यह गुनाह है तो मैं इसकी सज़ा भुगतने के लिए तैयार हूं।”