कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को आखिरी वक्त में हरियाणा के महेंद्रगढ़ में होने वाली चुनावी जनसभा में जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया। उनकी जगह पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी सभा को संबोधित करने का फैसला किया। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ट्वीट कर कहा, ”आज दोपहर 2 बजे महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी जनता से संवाद करने पहुंच रहे हैं। किसी कारणवश कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी आने में असमर्थ हैं।” ट्वीट में कहा गया, ”आपसे निवेदन है कि इस जनसभा में पहुंच कर कांग्रेस परिवार को अपना समर्थन दें।”
दरअसल, पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद सोनिया की यह पहली चुनावी सभा होने वाली थी। सोनिया के न जाने से ये सवाल उठने शुरू हो गए कि आखिर क्यों उन्होंने कार्यक्रम में न जाने का फैसला किया। राहुल गांधी ने बताया कि सोनिया वायरल बुखार से पीड़ित थीं। द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फिडेंशियल में पार्टी के कई नेताओं के हवाले से बताया गया है कि सोनिया को आखिरी वक्त में पता चला कि पार्टी प्रत्याशी दान सिंह राव और उनके बेटे पर भ्रष्टाचार के केस हैं और स्थानीय नेताओं ने उन्हें इस सभा से दूर रहने की सलाह दी।
इन नेताओं के मुताबिक, राव 2005 के जमीन घोटाले के मामले में आरोपी हैं। वहीं, उनके बेटे अक्षत सिंह के खिलाफ फ्रॉड से जुड़े मामले में शिकायत की गई है। बड़ा सवाल यह है कि कैसे एक दागी शख्स को कांग्रेस ने टिकट दे दिया और आखिर क्यों राहुल गांधी सोनिया की जगह इस कार्यक्रम में जाने के लिए राजी हुए? कुछ कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि जब सोनिया को प्रत्याशी पर लगे आरोपों का पता चला तो वह बेहद नाराज हो गईं। उन्होंने सीनियर नेताओं से पूछा कि राव को आखिर कैसे पार्टी ने टिकट दे दिया?
उधर, महेंद्रगढ़ में हुई चुनावी सभा में राहुल गांधी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि मोदी को अर्थव्यवस्था की कोई समझ नहीं है और इस सरकार की नीतियों के कारण आज दुनिया भर में भारत का मजाक बनाया जा रहा है। राहुल ने यह भी कहा कि अगर देश को बांटा जाएगा तो देश कभी प्रगति नहीं कर सकता। सोनिया के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”सोनिया जी को आना था, लेकिन उनको वायरल हो गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनकी ओर से आपसे मिलने आऊं।”