नगदी संकट से जूझ रहे कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों, पूर्व सांसदों एवं पूर्व विधायकों से पार्टी की वित्तीय हालात को मजबूत बनाने के लिए संपर्क किया है। पिछले साल के लोकसभा चुनाव में पार्टी का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा और पार्टी मात्र 44 सीटों पर सिमट कर रह गयी।

अखिल भारतीय कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने पार्टी के सभी 44 लोकसभा सदस्यों और 65 राज्यसभा सदस्यों को पत्र लिखकर उनसे एक महीने का वेतन दान करने को कहा है, जबकि कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने कल एक बैठक की, जिसमें पूर्व सांसदों एवं पूर्व विधायकों से अक्तूबर के पहले सप्ताह तक पार्टी फंड में एक एक लाख रूपये जमा करने को कहा गया।

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस महासचिव और दिल्ली मामलों के प्रभारी पी सी चाको और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुधवार को पूर्व सांसदों एवं पूर्व विधायकों से अलग अलग मिलेंगे। सूत्रों ने यह भी कहा कि यह कोई अकेला उदाहरण नहीं है और सभी राज्यों से पार्टी के लिए एक मजबूत फंड तैयार करने में शामिल होने को कहा गया है।

राज्य पार्टी नेतृत्व को भी पार्टी के मंत्रियों एवं पूर्व मंत्रियों को संसाधन जुटाने के काम में जोड़ने को कहा गया है जबकि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पूर्व मंत्रियों से जरूरत की इस घड़ी में उदारतापूर्वक पार्टी को मदद करने के लिए कहने जा रही है जिन्होंने संप्रग सरकारों में काम किया है।

पार्टी नेताओं से ली जाने वाली दान की राशि की अधिकतम सीमा एक लाख तक सीमित नहीं है कई मामलों में यह पांच लाख रुपये तक हो सकती है। पार्टी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पार्टी फंड में सालाना 250 रुपये योगदान करने को कहने का भी निर्णय किया है।