कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई ने आरएसएस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीमा पर लाठी लेकर ही भेजना है तो आरएसएस वालों को भेजना चाहिए। न्यूज एजेंसी एएनआई ने हुसैन दलवई का वीडियो जारी किया है जिसमें वह यह बात कहते नजर आ रहे हैं।वीडियो में रिपोर्टर सवाल करता है कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और ममत बनर्जी ने सवाल उठाए थे अब मोदी सरकार ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। इस पर दलवई ने कहा कि बहुत अच्छी बात है देर से बोले लेकिन दुरुस्त बोले यकीन में पहले ही लेना चाहिए था। क्या है घटना क्या है उसका पूरी तरह से पता चलना बहुत जरूरी है।

देश को इसमें विश्वास में लेना बहुत ही जरूरी है। लेकिन एक बात यह है कि उन्होंने (चीन) घुसपैठ बहुत किए। दुख की बात है कि हमारे 20 जवान मारे गए और बिना शस्त्र वो गए थे। चीन के सैनिक भी बिना शस्त्र आए ऐसा बोला जाता है लेकिन वो आए लाठी लेकर आए उसमें किलें लगी हुई थी। उससे उन्होंने मारा एक भी उनका जवान मरा नहीं सारे हमारे मरे। ये हमारी नीति का दोष है। वो बिना शस्त्र के गए। पहले वो लोग लड़ते कुछ होता तो मैं समझ सकता हूं लेकिन हमारे जवानों को लड़ने का मौका ही नहीं मिला। उनके हाथ में लाठी देते हो ये क्या आरएसएस की शाखा है। तो सैनिकों को वहां क्यों भेजते हो आरएसएस के लोगों को वहां भेजिए लाठी लेके वो बॉर्डर पर सुरक्षा करेंगे।

गौरतलब है कि गलवान घाटी में भारतीय और चीनी जवानों के बीच सोमवार (15 जून) को एक हिंसक झड़प के दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के सामने आने के बाद पूरे देश में चीन को लेकर गुस्सा है और विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार की विदेश नीति को लेकर सवाल उठा रही हैं।