Lok Sabha Elections: हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुरुवार को बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नॉमिनेशन भरा है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अल्टीमेटम दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने पप्पू यादव से नॉमिनेशन वापस लेने के लिए कहा है।
अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि आलाकमान और कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व इसकी इजाजत नहीं देता है कि कोई भी व्यक्ति निर्दलीय नामांकन दाखिल करे। कोई ऐसा करता है तो कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी। अखिलेश ने निखिल कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि औरंगाबाद में उनको टिकट नहीं मिल पाया तो वह नहीं लड़े।
पप्पू यादव ने किया नामांकन
पूर्णिया लोकसभा से पप्पू यादव ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। नॉमिनेशन भरने के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है, निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा। बहुत सारे लोगों ने हमारी राजनीतिक हत्या करने की साजिश की। हमेशा से पूर्णया की जनता ने पप्पू यादव को जात-पात से ऊपर रखा है। उन्होंने कहा कि सबकी एक ही आवाज है पप्पू और पूर्णिया। मैं INDIA गठबंधन को मजबूत करूंगा।
वहीं, नामांकन दाखिल करने के बाद पप्पू यादव ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस मौके पर पप्पू यादव ने रोते हुए अपना इमोशनल कार्ड खेला। उन्होंने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि आखिर मुझमें क्या कमी थी। जो मुझे बार-बार कहा जा रहा था कि मधेपुरा चले जाओ सुपौल चले जाओ। जबकि मैंने कांग्रेस में अपनी पार्टी के विलय से पहले ही लालू यादव से भी मुलाकात कर कहा था कि मैं पूर्णिया छोड़कर कहीं नहीं जा सकता। मैं पूर्णिया से ही चुनावी मैदान में उतरूंगा। इसके बाद भी आरजेडी के प्रत्याशी का नॉमिनेशन दाखिल करवा दिया गया।
बीजेपी-जेडीयू को फायदा?
पूर्णिया सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना नहीं है, क्योंकि बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू इस सीट से मौजूदा सांसद संतोष कुमार कुशवाहा को मैदान में उतार रही है। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान संतोष कुशवाहा ने 6,32,924 वोटों से जीत हासिल की। कांग्रेस के उदय सिंह 3,69,463 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार शुभाष कुमार ठाकुर 31,795 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। इससे पता चलता है कि इस सीट पर कांग्रेस और राजद के पास अच्छा खासा वोट शेयर है।
बीमा भारती पूर्णिया लोकसभा सीट के अंतर्गत रूपौली सीट से पूर्व विधायक हैं, जबकि पप्पू यादव अभी भी इस सीट पर महत्वपूर्ण प्रभाव रखते हैं। वोटों के बंटवारे से जेडीयू को सीट बरकरार रखने में मदद मिल सकती है क्योंकि 2019 के चुनाव में कुशवाहा ने लगभग तीन लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।