श्रीलंका की स्थिति को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। श्रीलंका की आर्थिक स्थिति और उसके कर्ज में डूबे होने का हवाला देते हुए पिछले दिनों कांग्रेस ने मोदी सरकार को चेताया था। इसी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट में भी कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी बहस देखने को मिली, जब बीजेपी की प्रवक्ता संजू वर्मा ने कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था का 63 फीसदी कर्ज जीडीपी का हिस्सा है जबकि भारत का 21 फीसदी कर्ज जीडीपी का हिस्सा है।

न्यूज24 के डिबेट शो के दौरान भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि श्रीलंका के पास फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 1.9 बिलियन डॉलर हैं और पूरे विश्व में आज चौथे नंबर पर भारत के पास सबसे ज्यादा 600 बिलियन डॉलर के करीब फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व हैं। उन्होंने कहा, “ये जो बार-बार बोला जाता है कि इंडिया श्रीलंका बन जाएगा… श्रीलंका की पूरी आबादी मुंबई से कम है। मुंबई की आबादी 2.5 करोड़ है और श्रीलंका की आबादी 2.25 करोड़ है। किस आधार पर आप लोग श्रीलंका और भारत की तुलना करते हैं।”

उन्होंने कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था दो चीजों पर टिकी है- एक कि वो चावल एक्पोर्ट करते हैं और दूसरा ये कि वो चाय एक्सपोर्ट करते हैं, जबकि चाहे दूध हो या अन्य चीजें, हम या तो नंबर हैं या नंबर टू हैं। उनके दलीलों पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “सपने दिखाना कि 2022 में किसानों की आदमनी दोगुनी हो जाएगी, 2022 में सबको मकान मिल जाएगा,लालच देकर ईडी भेजकर सरकार तोड़ना, क्या ये शॉर्टकट होता है या नहीं।”

कांग्रेस नेता ने कहा, “सरकारी संपत्तियों को बेच देना, वसूली करके खजाना भरना, खुले आटे पर 5 फीसदी जीएसटी लगाना, स्कूलों में पढ़ने वाली किताबों पर जीएसटी लगाना, क्या ये भी शॉर्टकट है या नहीं है।” उन्होंने कहा, “जब छोटा रिचार्ज आया तो कहा कि मैं सारी कंपनियों को ऑडिट कराकर बंद कर दूंगा इनको, मैं जेल भेज दूंगा। लेकिन आज हालत ये है कि दिल्ली का भट्टा बैठा हुआ है।”