राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस ने संगठन के अंदर बड़ा फेरबदल किया है। पार्टी ने वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत को संगठन का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया है। जनार्दन द्विवेदी को हटाकर अशोक गहलोत को उनकी जगह दी है। राजस्थान के 2 बार मुख्यमंत्री रह चुके अशोक गहलोत का पार्टी में कद बढ़ाए जाने के पीछे गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन को माना जा रहा है, क्योंकि चुनाव के दौरान वह पार्टी के गुजरात प्रभारी थे। अशोक गहलोत 1998 से 2003 और फिर 2008 से 2013 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। जोधपुर के रहने वाले गहलोत की गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ दिनों पहले हुए पार्टी के अधिवेशन में कहा था कि वह पार्टी में युवाओं को अहमियत देंगे और साथ में बुजुर्ग नेताओं के अनुभव का भी फायदा लेंगे।

बता दें कि कांग्रेस पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी में पूरी तरह जुट चुकी है। इसी कड़ी में कुछ दिनों पहले कांग्रस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात की थी। ममता बनर्जी ने भाजपा को हराने के लिए पिरमुख विपक्षी दलों के सामने एक फार्मूला रखा है। ममता ने तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात कर कहा है कि 2019 में बीजेपी को हराने के लिए सबको साथ आना चाहिए। बकौल ममता जिस राज्य में विपक्ष मजबूत है वहां सभी को मिलकर उसकी मदद करनी चाहिए।