जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह के आंतकी कनेक्शन में फंसने के बाद विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी इस मामले में कुछ ट्वीट कर गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि “क्या होता अगर देविंदर सिंह देविंदर खान होता तो आरएसएस की ट्रोल रेजीमेंट की प्रतिक्रिया और ज्यादा स्पष्ट और मुखर होती। हमारे देश के दुश्मनों की रंग, पंथ और धर्म को देखे बिना निंदा की जानी चाहिए।”
चौधरी ने कहा कि आरएसएस-भाजपा देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। कांग्रेस नेता ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि “घाटी में हमारी सुरक्षा में चूक उजागर हो गई है। हम थोड़े बुद्धिमान और ज्यादा बेवकूफ होना वहन नहीं कर सकते।” अधीर रंजन चौधरी ने देविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलवामा हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि “अब सवाल उठेंगे ही कि पुलवामा हमले के पीछे साजिशकर्ता कौन थे? नए सिरे से इसकी जांच होनी चाहिए।”
अधीर रंजन चौधरी के अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी डीएसपी की गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठाए और ट्वीट करते हुए लिखा कि “देविंदर सिंह कौन है? 2001 के संसद हमले में उसकी क्या भूमिका है? पुलवामा हमले में उसकी क्या भूमिका है? क्या वह हिजबुल के आतंकियों को अपनी मर्जी से लेकर जा रहा था, या फिर वह सिर्फ एक मोहरा है और मुख्य साजिशकर्ता कोई और ही है? रणदीप सुरजेवाला ने इसे एक बड़ी साजिश करार दिया।”
Had #DavindarSingh by default been Davindar khan ,the reaction of troll regiment of RSS would have been more strident and vociferous. Enemies of our country ought to be condemned irrespective of Colour, Creed, and Religion.
(1/3)— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) January 14, 2020
वहीं कांग्रेस नेताओं के इस हमले पर भाजपा ने जवाब दिया है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शायराना अंदाज में एक ट्वीट किया है, जिसमें भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के हवाले से लिखा गया है कि “रोज सहलाते हैं पाकिस्तान की पीठ को, खंजर भोंकते हैं, हिंदुस्तान की पीठ पर, फिर कहते हैं, हमें देशद्रोही न कहो, तुम पर छोड़ते हैं हम, बताओ इनको क्या कहें?”