एक निजी टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जिस किसान के पेट में आज भूख और पैरो में बिवाई है…उसी किसान की बदौलत बीजेपी की सियासत में रौनक आई है। प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को पूंजापितयों को पूजना हो तो भले ही पूजें लेकिन किसानों के पेट पर लात न मारें। प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र को किसान कहीं नजर नहीं आता, नजर आता है तो खालिस्तान में पाकिस्तान में। 19 दिन से ज्यादा वक्त बीत गया है। किसान ठंड में सरकार से गुहार लगा रहा है। किसान सिर्फ सरकार से फसलों के दाम चाहता है। ये जो किसानों के पेट में भूख और पैरों में बिवाई है किसान की बदौलत बीजेपी की सियासत में रौनक आई है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि देंवेंद्र फडणवीस पूर्व सीएम रहे चुके हैं लेकिन उन्होंने फिर भी सच नहीं बोला । जिस टास्क फोर्स की वो बात कर रहे हैं वो अटल बिहारी वाजपेयी ने 2001 में बनायाा था। 2003 के मॉडल एपीएमसी एक्ट को लेकर शरद पवार ने जो पत्र लिखा था उसमें कहा था कि कृषि राज्यों का अधिकार है। केंद्र कानून नहीं बनाएगा। अधिकतर किसान संगठन कृषि कानून के खिलाफ हैं। मोदी जी के समय में देश का आयात बढ़ गया है। पूंजीपतियों को जरूरत से ज्यादा संग्रह करने की मोदी सरकार ने इस कानून में अनुमति दे दी है। कुछ ही किसान हैं जिन्हें एमएसपी मिलती है।

इसका जवाब देते हुए बीजेपी के गौरव भाटिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भी ऐसा ही कहा जा रहा था कि किसान खुश नहीं हैं। फिर जनता ने विपक्ष को करारा तमाचा मारा था। सरकार ने ये साफ किया है कि किसान देश का आधार है। मोदी सरकार की मंशा पर कोई शक नहीं कर सकता है। किसानों की मांग पर विचार किया जा रहा है। लेकिन किसान ये तो बताएं कि कौन से प्रावधान हैं जिससे उनको दिक्कत है।

AAP पर हमला बोलते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल कानून लागू करने के बाद उसके खिलाफ अनशन करते हैं। शरजील इमाम और उमर खालिद को किसान बताने वाली शोरमंडली से बात नहीं होगी। गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं जब तक किसान आत्मनिर्भर नहीं होगा तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। राहुल गांधी से किसान पूछते हैं कि आप 50 साल से ऊपर के हो गए हैं आप कब आत्मनिर्भर होंगे।