पश्चिम बंगाल चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद से पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक चलता नहीं दिख रहा है। कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद अब राज्य नेतृत्व के खिलाफ कई नेता खुद का मोर्चा बनाते दिख रहे हैं। इसले अलावा बिहार बीजेपी में भी उथल-पुथल जारी है। रविवार को एक भाजपा विधायक ने पहले तो निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया, फिर जब इस पर हंगामा मचा तो उन्होंने अपना इस्तीफा वापस भी ले लिया।

बंगाल में बीजेपी के स्थानीय नेतृत्व से नाराज कई पुराने नेता अब अलग से मोर्चा बनाते दिख रहे हैं। नाराजगी के कारण ये नेता पहले ही पार्टी के आधिकारिक वाट्सअप ग्रुप को छोड़ चुके हैं। सूत्रों की मानें तो पांच ऐसे नेताओं ने केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर से मुलाकात की है। शांतनु ठाकुर भी पिछले दिनों वाट्सअप ग्रुप से बाहर हो गए थे।

द टेलीग्राफ के अनुसार खबर है कि राज्य के पूर्व बीजेपी उपाध्यक्ष रितेश तिवारी और जॉय प्रकाश मजूमदार, पूर्व महासचिव सायंतन बसु और भाजपा नेता समीरन साहा ने शांतनु ठाकुर से मुलाकात की है। इस बैठक में एक और बीजेपी नेता शामिल थे, जिनका नाम अभी तक सामने नहीं आया है। सूत्रों ने बताया कि असंतुष्टों के इस समूह में ठाकुर अब तक के सबसे मजबूत नेता हैं और यही कारण है कि उन्हें गुट के विचारों को राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंचाने के लिए चुना गया है।

इसी तरह बिहार बीजेपी भी उथल-पुथल जारी है। रविवार को नरकटियागंज से भाजपा विधायक रश्मि वर्मा ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। इसके लिए उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया था। उनके इस्तीफे की खबर से ही राज्य में हलचल मच गई थी। बीजेपी नेतृत्व पर सवाल उठने लगा था, अब खबर है कि रश्मि वर्मा ने अपनी इस्तीफा वापस ले लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल से बात करने के बाद रश्मि वर्मा ने इस्तीफा नहीं देने का फैसला किया है। जायसवाल ने कहा कि विधायक ने ‘आवेग पर’ निर्णय लिया था और इससे पहले कि वह विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को इस्तीफा सौंप पातीं, उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें इसे वापस लेने के लिए राजी कर लिया गया है।

बता दें कि पिछले महीने नरकटियागंज विधायक रश्मि वर्मा के भाई अनूप प्रसाद को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया था। अनूप प्रसाद दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं।