तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ झूठा चुनावी हलफनामे दायर करने और कर चोरी के आरोप में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता श्रवण कुमार यादव ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखकर कृष्णानगर की सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

श्रवण कुमार यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के पास भी अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उन्हें मोइत्रा की ओर से की गई कुछ अनियमितताओं का पता चला है। शिकायत में कहा गया है कि मोइत्रा की ओर से दिए गए चुनावी हलफनामे (प्रपत्र-26) से पता चलता है कि टीएमसी सांसद ने बॉण्ड/ऋणपत्र/शेयर तथा म्युचुअल फंड आदि में निवेश के कॉलम में ‘शून्य’ दर्शाया है।

मोइत्रा ने दावा किया है कि उन्होंने शेयर में कोई निवेश नहीं किया है। लेकिन यादव का दावा है कि ऐसा पता चला है कि मोइत्रा विलरविले फाइनेंशियल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में शेयरधारक हैं। इनके पास 2010 से कंपनी के 4900 (49 प्रतिशत) शेयर हैं। शिकायत पर मोइत्रा की प्रतिक्रिया तत्काल उपलब्ध नहीं हुई।

श्रवण कुमार यादव ने मोइत्रा पर 2019 में दायर चुनावी हलफनामे में सोशल मीडिया खातों का खुलासा न करने का भी आरोप लगाया है। आयकर चोरी का जिक्र करते हुए शिकायतकर्ता ने दावा किया कि टीएमसी सांसद ने 2019 के आम चुनाव में दायर हलफनामे में अपनी आय 10 लाख रुपये से कम बताई थी। उन्होंने दावा किया कि घोषित आय लगभग 85,000 रुपये प्रति माह है और यह मोइत्रा की जीवन शैली के अनुरूप नहीं है।

ध्यान रहे कि मोइत्रा बीजेपी पर खासी हमलावर रहती हैं। कई बार वो संसद में भी सत्तारूढ़ दल को आड़े हाथ ले चुकी हैं। ममता बनर्जी की उन्हें खासमखास माना जाता है। पश्चिम बंगाल के चुनाव में वो ममता की उस खास टीम का हिस्सा रहीं जो रणनीति बनाने का काम करती थी।