केरल में निकाय चुनावों की जंग तक गरमा गई जब राज्य के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने माकपा के भाजपा-विरोधी रुख को ‘‘अवसरवादी’’ करार दिया जबकि वामपंथी नेता पी. विजयन ने इसका खंडन करते हुए पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा भगवा संगठनों के प्रति नरम रुख दिखाया है।

चुनाव अभियान के दौरान वायनाड में पत्रकारों से बातें करते हुए चांडी ने कहा कि माकपा वक्त के हिसाब से भाजपा के प्रति अपनी नीति और रुख बदलती रहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी सांप्रदायिक ताकतों के प्रति अपना रुख ढीला किया। वह हमेशा उनके खिलाफ खड़ी हुई।

आपातकाल के दौरान संघ परिवार के साथ ‘संबंधों’’ पर चुटकी लेते हुए चांडी ने विजयन से जानना चाहा कि वह कहां थे जब उनकी पार्टी ने कांग्रेस से लड़ने के लिए 1977 में जनसंघ से ‘‘हाथ मिलाया था।’’

इसके जवाब में, विजयन ने 1977 के अपनी पार्टी के रुख को सही ठहराते हुए कहा कि ‘‘उस वक्त संघर्ष लोकतंत्र की बहाली का था जिसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने आपातकाल लगा कर नष्ट कर दिया था।’’

माकपा नेता ने कहा, ‘‘चांडी को आपातकाल की गलती समझनी चाहिए। इसने जनसंघ को देश में लोकप्रियता हासिल करने के लिए मंच प्रदान किया।’’