बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के मुखिया नीतीश कुमार ने भाजपा और जेडीयू के बीच तकरार की अटकलों को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में गठबंधन के 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया। अपने इस बयान के साथ ही नीतीश कुमार ने संकेत दिए हैं कि वह आगामी विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में ही लड़ेंगे।

बता दें कि नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड की राज्य परिषद की बैठक में उक्त बातें कहीं। नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग अपने राजनैतिक कौशल में कमी के चलते और लोकप्रियता हासिल करने के लिए उन पर निजी हमले कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि ‘मेरी पार्टी प्रवक्ताओं को सलाह है कि वह इस सब में शामिल ना हो…हर अनाप-शनाप बयान पर, जो मेरे बारे में दिया गया हो, उस पर प्रतिक्रिया देने से बचें।’

नीतीश कुमार ने साफ किया कि ‘जेडीयू और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक है। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जो सोचते हैं कि हमारे गठबंधन में ‘घचपच’ है, लेकिन यह सही नहीं है। जो लोग घचपच करने की कोशिश कर रहे हैं, मैं विश्वास दिलाता हूं कि उनका बुरा हाल होने वाला है।’ नीतीश कुमार ने अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा के चुनाव में 200 सीटें जीतने का भी दावा किया।

बता दें कि कुछ दिन पहले भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने अपने एक बयान में कहा था कि नीतीश कुमार को बिहार की गद्दी अब भाजपा नेताओं को दे देनी चाहिए और अब उन्हें दिल्ली की राजनीति में जाना चाहिए। इसके बाद जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने इसके जवाब में नीतीश कुमार को जनादेश मिलने की बात कही थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी ठाकुर भी अगला विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के नाम पर लड़ने की बात कह चुके हैं।

इनके अलावा भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह भी परोक्ष रुप से नीतीश कुमार पर निशाना साध चुके हैं। हालांकि उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार का समर्थन किया था और 2020 के विधानसभा चुनावों के लिए नीतीश कुमार को ही ‘कप्तान’ बताया था।