दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजकर 18 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है। यह समन दिल्ली जल बोर्ड में कथित रूप से अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर है। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर पीएमएलए के तहत यह दूसरा मामला है। हालांकि आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय अरविंद केजरीवाल को एक के बाद एक झूठे मामले में फंसाने की साजिश कर रही है। इसके पहले शराब घोटाले से जुड़े पीएमएलए केस में उनको आठ बार समन भेजा गया, लेकिन वे सबको अवैध बताते हुए उपस्थित होने से मना कर दिया।

AAP नेता ने सीएम को जेल भेजने की साजिश रचने का लगाया आरोप

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से अरविंद केजरीवाल को दो समन (शराब केस और दिल्ली जल बोर्ड केस) जारी करने के बाद पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने रविवार को बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल में डालने की साजिश रचने का आरोप लगाया।

दिल्ली की मंत्री आतिशी ने ED और CBI को बताए मोदी के गुंडे

ईडी और सीबीआई को बीजेपी और पीएम मोदी का गुंडा बताते हुए मंत्री आतिशी ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सीएम अरविंद केजरीवाल कल अदालत में पेश हुए और ईडी की इन शिकायतों कि वे शराब नीति मामले में जारी समन का पालन नहीं कर रहे हैं, अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।”

सीएम को दिल्ली जल बोर्ड मामले में 18 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है, वहीं कथित शराब नीति घोटाले की जांच में शामिल होने के लिए 21 मार्च को फिर से बुलाया गया है। आतिशी ने कहा, “अब मामला कोर्ट में है तो जांच होगी कि ईडी के आरोप सही हैं या गलत। हालांकि ईडी संतुष्ट नहीं है। इसने आज सीएम को दो नए समन जारी कर दिए।”

दिल्ली की मंत्री राउज़ एवेन्यू कोर्ट से केजरीवाल को ईडी की शिकायतों के बाद नियमित जमानत देने का जिक्र कर रही थीं कि वह दिल्ली शराब नीति मामले में उसके समन का पालन नहीं कर रहे थे। अदालत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को 15,000 रुपये के जमानत बांड और इतनी ही राशि की जमानत राशि जमा करने का भी निर्देश दिया था।