राजस्थान के कोटा में जेके लोन सरकारी अस्पताल में 105 बच्चों की मौत अशोक गहलोत सरकार सवालों के घेरे में हैं। अस्पताल की खराब व्यवस्था और सरकार के सुस्त रवैये पर विपक्ष लगातार हमलवार है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सीएम गहलोत का खजाना ही नहीं बल्कि उनका दिमाग भी खाली है।
एनआरसी को लेकर जनजागरण अभियान के लिए जैसलमेर पहुंचे पूनिया ने कहा ‘राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री के लिए अस्पताल के दौरान ग्रीन कॉरपेट बिछवाया गया लेकिन उनके लिए काले रंग का कॉरपेट बिछाया जाना चाहिए था।’ इससे पहले गुरुवार को भी पूनिया ने गहलोत की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि पूनिया ने कहा था कि कोटा कांड पर मुख्यमंत्री का रवैया चौंकाने वाला है।
अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में परोक्ष रूप से अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि हमें और संवेदनशील होना चाहिए था। वहीं बीजेपी के आरोपों पर सीएम ने पलटवार किया है। गहलोत ने कहा है कि भाजपा के शासन के दौरान लगभग 100 बच्चों की मौत होती थी और यह कांग्रेस के शासन में कम हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भी कोटा के जेके लोन अस्पताल का दौरा किया था और भाजपा पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी शनिवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और बच्चों की मौतों पर दुख व्यक्त किया। बिड़ला ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को उनके घरों पर जाकर सांत्वना दी।
वहीं बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमों मायावती ने एक बार फिर बच्चों की मौत पर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के कोटा में लगभग 105 मासूम बच्चों की हुई मौत अति चिंताजनक है, लेकिन इसको लेकर वहां की कांग्रेस सरकार बिल्कुल भी संवेदनशील नजर नहीं आती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में अच्छा होता कि इस मामले में, लोकतान्त्रिक संस्थायें आगे आकर, अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को निभातीं।