बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्‍थापक कांशी राम की जयंती मनाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल मंगलवार (15 मार्च) को उनके ननिहाल प्रिथीपुर बंगा (रोपड़, पंजाब) पहुंचे। उन्‍होंने कांशीराम मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। केजरीवाल ने कहा कि वह कांशीराम जी का सपना पूरा करने आए हैं। बुआ जी (कांशीराम की बहन) को मैंने परिवार सहित दिल्‍ली अपने घर बुलाया है। आप सांसद भगवंत मान ने कांशीराम के लिए ‘भारत रत्‍न’ की मांग की। उन्‍होंने कहा कि वह संसद में यह मांग उठाएंगे।

कांशीराम मेमोरियल की नींव 19 साल पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने रखी थी। लेकिन कुछ दिन पहले कांशीराम की बहन स्‍वर्ण कौर ने कहा था,’मायावती हमारी दुश्‍मन नंबर एक है। उसने मेरी भाई को बंधक बनाकर हत्‍या कर दी। उसने उन्‍हें परिवार वालों से नहीं मिलने दिया। मेरी बड़ी मां अपने बेटे का इंतजार करते हुए मर गई।’ कांशीराम की बहन ने चेतावनी दी थी कि मायावती गांव आने की कोशिश न करें।

केजरीवाल की प्रशंसा करते हुए स्‍वर्ण कौर ने कहा था, ‘वाराणसी में 22 फरवरी को रविदास जयंती पर कार्यक्रम के दौरान उन्‍हें मेरे बारे में बताया गया था। वे मुझसे मिलने आए और मिलने का न्‍यौता भी दिया। मैंने उन्‍हें वीरजी की जयंती के बारे में बताया। उन्‍होंने कहा कि वह कार्यक्रम में आएंगे।’ स्‍वर्ण कौर बाबू कांशीराम चैरिटेबल फांउडेशन की चेयरपर्सन भी हैं।

उधर, मायावती ने दिल्‍ली में कांशी राम की 82वीं जयंती के मौके पर कहा कि कांशी राम के त्‍याग का सम्‍मान करते हुए उन्‍हें भारत रत्‍न दिया जाना चाहिए।कांशीराम ने 1971 में ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटीज कम्‍युनिटीज एम्‍प्‍लॉयी फेडरेशन (बामसेफ) और 1984 में बसपा की स्‍थापना की थी। उन्‍हें ‘भारत रत्‍न’ दिए जाने की मांग पहले भी उनके समर्थक उठाते रहे हैं। मामला कोर्ट तक भी गया है। लेकिन फरवरी में ऐसी ही एक याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट खारिज कर चुका है।