शनिवार को उत्तरप्रदेश के मथुरा में आरएसएस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच मारपीट हो गई। आरएसएस नेता यमुना में गहरे पानी में नहा रहे थे। पुलिस के द्वारा रोके जाने पर आरएसएस नेता नाराज हो गए और उन्होंने अपने संगठन के लोगों को बुला लिया। जिसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि आरएसएस कार्यकर्ताओं ने पुलिस को ही पीट दिया। मथुरा एसएसपी ने कहा है कि इस मामले में शामिल सभी दोषी पुलिस वाले सस्पेंड किए जाएंगे।
दरअसल शनिवार को आरएसएस प्रचारक मनोज कुमार यमुना घाट पर गहरे पानी में उतर कर स्नान कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से मना किया. इसको लेकर आरएसएस प्रचारक और पुलिसकर्मियों के बीच बकझक हो गई। बाद में आरएसएस नेता ने इसकी सूचना अपने संगठन के लोगों को दी। थोड़ी ही देर में संगठन के कई कार्यकर्ता वहां पहुंच गए।
मथुरा में संगठन के लोगों ने पुलिस को यूं पीटा।एस एस पी ने कहा दोषी पुलिस वाले सस्पेंड होंगे।यमुना में पुलिस ने रस्सी लगा रखी है कि लोग उस पार गहरे पानी में न जाएं।संगठन के नेता गहरे पानी में नहा रहे थे।पुलिस ने रोका तो खफा हो गए।बात बढ़ गयी। पुलिस पीटी गयी तो उसने लाठी चार्ज किया pic.twitter.com/6vOtT8GcyJ
— Kamal khan (@kamalkhan_NDTV) March 27, 2021
घटना की जानकारी मिलते ही कई पुलिस अधिकारी भी कोतवाली पहुंच गए। संगठन के लोगों ने कोतवाली के अंदर भी जमकर नारेबाजी की। वहीं मथुरा की सड़क पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को भी संगठन के लोगों ने पीट दिया। इतना ही नहीं एक महिला भाजपा कार्यकर्ता ने तो थाना अध्यक्ष के ऊपर जूता भी उठा लिया। पुलिसकर्मियों के पीटने की घटना का वीडियो वहां मौजूद किसी शख्स ने बना लिया। जल्दी ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया।
अपने साथी पुलिसकर्मियों की हुई पिटाई से नाराज पुलिसकर्मियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसा दी। घटना की वजह से पूरे वृंदावन क्षेत्र में माहौल काफी तनावपूर्ण रहा। लाठीचार्ज के खिलाफ कोतवाल की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भाजपा और संघ कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने और निलंबन करने का भी आश्वासन दिया है।
वृंदावन कुंभ मेला प्रभारी SP रोहित मिश्रा ने इस मामले में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार को सुबह में यमुना घाट पर स्नान करने के दौरान विवाद हो गया था। घटना में शामिल दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में एक दरोगा और एक कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है।