पश्चिम बंगाल में शुरू हुई सीबीआई और कोलकाता पुलिस की लड़ाई पर सुप्रीम कोर्ट ने बेहद सख्त लहजे में चेतावनी दी है। मामले पर सीबीआई ने उच्चतम न्यायालय ने याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि, ”अगर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर दूर से भी सबूत मिटाने की सोच रहे हैं तो आप इस कोर्ट के सामने सबूत पेश करें। अगर ऐसा है तो हम उन पर इतना भारी पड़ जाएंगे कि वह पछताएंगे।’ हालांकि इसके बाद इस मामले की सुनवाई सीजेआई ने कल तक के लिए टाल दी।
Hearing on CBI plea in SC: CJI Gogoi says, “If Kolkata Police Commissioner even remotely thinks of destroying evidence, bring the material before this Court. We will come down so heavily on him that he will regret.” #WestBengal pic.twitter.com/4VRhH7b4Ff
— ANI (@ANI) February 4, 2019
मामले पर सीबीआई की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को कल (3फरवरी) की घटना के बारे में बताया। साथ ही मेहता ने तुरंत सुनवाई की मांग की। जिसे सीजेआई ने नकार दिया। जिस पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि सारे सबूत तबाह किए जा सकते हैं। मेहता की इसी बात पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने गंभीर चेतावनी दी। अब मंगलवार को इस मामले की सुनवाई होगी।
बता दें कि, सीबीआई और कोलकाता पुलिस में पश्चिम बंगाल के सारदा चिटफंड घोटाले की जांच पर ठन गई है। रविवार (03 फरवरी) की शाम जब पांच अफसरों की सीबीआई टीम कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर पर उनसे मिलने पहुंची तो पश्चिम बंगाल पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों को बीच रास्ते से ही हिरासत में ले लिया। हालांकि काफी गहमागहमी और हंगामे के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इसके तुरंत बाद ही ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।