नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में देश के पूर्वोतर राज्यों में हाहाकार मचा हुआ है। जगह-जगह बिल के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों को देखते हुए अब एहतियात के तौर पर सरकार ने असम में मोबाइल इंटरनेट सेवा को सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के मुताबिक असम के 10 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद की गई है।
स्थानीय प्रशासन ने अभी जिन 10 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को सस्पेंड किया है उनमें – लखीमपुर, धीमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चरादियो, शिवसागर, जोरहाट, गोलाहाट, कामरप (मेट्रो) और कामर शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक मोबाइल इंटरनेट सेवा गुरुवार शाम 7 बजे तक सस्पेंड रहेगी।
असम के अलावा त्रिपुरा में भी इस बिल को लेकर जोरदार हंगामा मचा हुआ है। त्रिपुरा में बीते मंगलवार को ही एसएमएस और इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगा दी गई थी। स्थानीय प्रशासन के अपील के बाद त्रिपुरा और असम में इंडियन आर्मी की तैनाती की गई है।
इन राज्यों में लोगों के प्रदर्शन के दौरान लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ना बिगड़े इसी को देखते हुए सेना की तैनाती की गई है। आर्मी के तीन कॉलम को स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए यहां भेजा गया है। 2 कॉलम की तैनाती त्रिपुरा में की गई है जबकि बचे हुए 1 कॉलम को असम में तैनाती से पहले स्टैंड बाई मोड में रखा गया है।
बता दें कि सेना के एक कॉलम में 70 सैनिक होते हैं। इसमें एक या दो अधिकारी शामिल होते हैं। त्रिपुरा में बिल का विरोध कर रहे छात्र संगठनों के साथ पुलिस की झड़प भी हो गई थी। जिसके बाद यहां भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है।
‘PTI’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वोतर में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ छात्र संगठनों के भारी विरोध को देखते हुए 5,000 पैरामिलिट्री फोर्स को भी एयरलिफ्ट कराया गया है।
पूर्वोतर के राज्यों में कई छोटे-बड़े छात्र संगठन नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कर रहे हैं। हालांकि केंद्र की मोदी सरकार ने बीते सोमवार को इस बिल को लोकसभा में हंगामे के बीच पास कर लिया लेकिन राज्यसभा में सरकार की अग्नि परीक्षा जारी है।