Citizenship Amendment Bill/Act (CAB/CAA) Protest: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी रविवार (22 दिसंबर) को दिल्ली के राजघाट में धरना प्रदर्शन करेगी। यह प्रदर्शन दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक चलेगा। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी धरने में शामिल होंगी।
देशभर में विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी 250 प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों को इस नए कानून के बारे में जागरूक करेगी। अगले 10 दिनों में लोगों को बीजेपी इस कानून के बारे में समझाएगी। सीएए के समर्थन में रैलियों और कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही घर-घर जाकर इसके बारे में लोगों को बताया जाएगा।
3 करोड़ से अधिक परिवारों को इसके बारे में बताया जाएगा। इस बीच जनता दल यूनाइटेड ने मौजूदा राजनीतिक हालात पर एनडीए की आपात बैठक बुलाए जाने की मांग की है। जेडीयू की तरफ से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुरंत एनडीए की आपात बैठक बुलाए।
कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में हुई हिंसा के मामले में सरकार ने 10 हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। विरोध प्रदर्शन में अबतक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। फिरोजाबाद बिजनौर और कानपुर में 2-2 लोगों की मौत हुई है। मेरठ में चार और संभल में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
बता दें कि शुक्रवार को यूपी के वाराणसी, मेरठ, संभल, सहारनपुर, हापुड़ आदि जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। लखनऊ में सोमवार तक के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह बात कही। शहर में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बाद बृहस्पतिवार रात को इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी थीं।
दिल्ली में बड़े पैमाने पर विरोध- प्रदर्शन और हिंसा के अगले दिन यानी शनिवार को भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को यहां गिरफ्तार कर लिया गया जबकि पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। इस बीच कई जगहों पर भारी संख्या में लोगों ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। आजाद को शनिवार को जामा मस्जिद से बाहर आने के बाद गिरफ्तार करने के बाद एक अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आजाद ने शुक्रवार को जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया था।
प्रतिष्ठित इतिहासकार और लेखक रामचंद्र गुहा ने संशोधित नागरिकता कानून को शनिवार को ‘‘अनैतिक’’ और ‘‘संविधान की भावना के विरुद्ध’’ बताया तथा कहा कि कोई भी समझदार और न्यायपूर्ण सरकार इसे वापस ले लेगी। उन्होंने कहा कि एनआरसी को तत्काल वापस लेना विश्वास बहाल करने और देश को मरहम लगाने के लिए पहला आवश्यक कदम है। गुहा ने ट्वीट किया, ‘‘दो चीजें बिल्कुल स्पष्ट है। पहला कि एनआरसी को फौरन वापस लेना विश्वास बहाल करने और देश को मरहम लगाने का पहला आवश्यक कदम है। दूसरा सीएए अनैतिक और संविधान की भावना के विरुद्ध है। कोई भी समझदार और न्यायपूर्ण सरकार इसे भी वापस ले लेगी।’’
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में सीएसडीएस के प्रोफेसर अभय दुबे ने संशोधित नागरिकता कानून लाने के लिए बीजेपी के दांव का खुलासा किया। उन्होंने कहा है कि 2016 में एक संयुक्त संसदीय समिति बनी थी। जिसकी चेयरमैनशिप राजेंद्र अग्रवाल भारतीय जनता पार्टी के सांसद के पास थी। इस समिति में जो तथ्य सामने आए थे वह आंखें खोल देने वाले हैं। केवल 31 हजार लोग थे जिन्हें उस वक्त तक शरणार्थी माना गया था उसमें 25 हजार करीब हिंदू थे। इसमें पांच हजार के करीब सिख थे। 56-57 ईसाई थे दो पारसी थे और दो बौद्ध थे। इतनी कम संख्या के लोगों को नागरिकता देने के लिए तो यह संशोधित नागरिकता कानून नहीं लाया गया है। इसके पीछे दांव दूसरा है। जिसे समझने की जरूरत है। इसमें असम के वो इलाके जो कि मुस्लिम बुहल इलाके हैं वहां पर हिंदू-बंगालियों को बड़ी संख्या में बसाकर डेमोग्राफिक बदलाव लाया जाए ताकि वह बीजेपी की राजनीतिक के लिए हमेशा के लिए सुरक्षित हो जाएं। ऐसे में केवल 30-32 हजार लोगों के लिए तो यह कानून नहीं लाया गया।
भाकपा के राज्यसभा सांसद विनय विश्वम और पार्टी के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को कर्फ्यू का उल्लंघन कर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के मामले में हिरासत में लिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने ‘‘भारत बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’’ के नारे लगाए और नए कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ येदियुरप्पा सरकार द्वारा उठाए कदमों की आलोचना भी की।पुलिस ने बताया कि विनय विश्वम सहित छह लोगों को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली की एक अदालत ने सीमापुरी में शुक्रवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सुरक्षार्किमयों पर कथित रूप से पथराव करने को लेकर गिरफ्तार 11 लोगों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा। इस मामले से जुड़े एक वकील ने यह जानकारी दी।
लखनऊ में सोमवार तक के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह बात कही। शहर में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ ंिहसक प्रदर्शन के बाद बृहस्पतिवार रात को इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी थीं।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने फिर से विश्वविद्यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। कुछ दिन पहले ही इसके परिसर और इसके आसपास पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हिंसक प्रदर्शन हुए थे। केंद्रीय विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा शुरू किए गए प्रदर्शन में बाद में छात्र, संस्थान के पुराने विद्यार्थी और ‘‘बाहरी’’ भी शामिल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने ‘‘लड़ के लेंगे आजादी’’ और ‘‘इन्कलाब जिंदाबाद’’ जैसे नारे लगाए।
कैब और एनआरसी को लेकर विपक्ष के बिहार बंद को विफल बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि विरोधी दलों का रवैया जनभावनाओं को भड़काने वाला है। श्री पांडेय ने कहा कि बंदी के नाम पर कांग्रेस और राजद ने सूबे में हिंसा फैलाने का काम किया है। विपक्ष द्वारा न सिर्फ जबरन दुकानें और संस्थानों को बंद कराया गया, बल्कि इस दौरान बल प्रयोग कर राहगीरों और दुकानदारों के साथ मारपीट भी की।
भाजपा नेता पांडेय ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति कर जनता को भरमाने वाले राजद-कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष नए कानून के नाम पर अल्पसंख्यकों के बीच नफरत फैला अपनी राजनीति रोटी सेंकने का काम कर रहा है। यही नहीं वोट बैंक की राजनीति करने वाली तथाकथित सेक्यूलर पार्टियां देश के अल्पसंख्यकों को बरगला पूरे देश को हिंसा की आग में झोंकना चाह रही है, लेकिन अब देश की जनता ऐसी अवसरवादी पार्टियों के बहकावे में आने वाली नहीं है।
देश भर में विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी 250 प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों को संशोधित नागरिकता कानून के बारे में बताएगी। अगले 10 दिनों में लोगों को नए कानून के बारे में समझाया जाएगा। इसके साथ ही सीएए के समर्थन में रैलियों और कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बीजेपी ने तय किया है कि घर-घर जाकर इसके बारे में लोगों को बताया जाएगा। इस बीच जनता दल यूनाइटेड ने मौजूदा राजनीतिक हालात पर एनडीए की आपात बैठक बुलाए जाने की मांग की है। जेडीयू की तरफ से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुरंत एनडीए की आपात बैठक बुलाए।
सीएए के खिलाफ शहर के कई इलाकों में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी लगातार नारेबाजी कर रहे हैं । परेड यतीमखाना इलाके में हिंसा पर उतारू भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। परेड यतीमखाना इलाके में एकत्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पथराव में कई लोगों के घायल होने की खबर है। कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने बताया कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी और पूर्व विधायक एवं सपा नेता कमलेश दिवाकर को एहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया है । दोनों नेताओं की गाड़ियों को भी सीज कर दिया गया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने CAA और NRC को संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ करार देते हुए शनिवार को दावा किया कि जनता की आवाज दबाने के लिए सरकार द्वारा तानाशाही का तांडव हो रहा है। उन्होंने यह आरोप लगायाकि नागरिकता कानून और एनआरसी के नाम पर गरीब लोगों को प्रताड़ित किया जाएगा। प्रियंका ने एक बयान में कहा, "जनता की आवाज दबाने के लिए देश में तानाशाही का तांडव हो रहा है। एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के मूल आत्मा के खिलाफ है। यह देश की गरीब जनता के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया, "किसी भी कीमत पर बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान पर हमला नहीं होने दिया जाएगा। जनता इस हमले के खिलाफ सड़क पर उतर कर संविधान के लिए लड़ रही है लेकिन सरकार बर्बर दमन और हिंसा पर उतारू है।"
उत्तराखंड के हल्द्वानी में सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सैकड़ों की तादाद में लोगों ने मार्च निकाला। इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात था। वहीं उत्तर प्रदेश के रामपुर में सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पत्थबरबाजी की गई। इसके बाद भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
CAA के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में बैठक हो रही है। इससे पहले शुक्रवार (20 दिसंबर) को बुला गई पार्टी महासचिवों की मीटिंग स्थगित हो गई थी। माना जा रहा है कि मीटिंग में नए कानून को लेकर पार्टी की आगे की रणनीतियों पर चर्चा हो सकती है।
बहराइच के एसपी गौरव ग्रोवर ने बताया है कि शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में 6 केस दर्ज किए गए हैं और 38 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही 100 लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एसपी ने बताया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में यूपी के कानपुर में आज भी विरोध प्रदर्शन जारी रहे। हालांकि आज विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे। एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। कल हुए प्रदर्शनों में 40 लोग गिरफ्तार किए गए थे। वहीं 2 लोग घायल हुए थे।
दिल्ली पुलिस ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शनिवार सुबह जामा मस्जिद में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के आरोप में भीम आर्मी चीफ को हिरासत में लिया था।
राजद के बिहार बंद के दौरान लोगों को संबोधित करते तेजस्वी यादव...
देश के अन्य हिस्सों में जारी नागरिकता कानून का विरोध अब तमिलनाडु भी पहुंच गया है। CAA के विरोध में आज प्रदर्शनकारियों ने चेन्नई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन के नजदीक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ डाले। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से भीड़ को नियंत्रित किया।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शनिवार को राजद ने बिहार बंद का ऐलान किया है। बिहार में सुबह से ही इस बंद का असर दिखने लगा है। राजद के साथ ही महागठबंधन के सहयोगी दलों ने भी इस बंद का समर्थन किया है। वहीं बंद के दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी और कई जगह पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए।
बिहार में हिंसक हुए प्रदर्शन...
शनिवार की सुबह भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को भी दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। चंद्रशेखर आजाद और उनके समर्थकों ने शुक्रवार को दिल्ली में जामा मस्जिद से लेकर जंतर मंतर तक विरोध मार्च निकालने की इजाजत मांगी थी, लेकिन पुलिस ने यह इजाजत नहीं दी थी। इसके बाद चंद्रशेखर आजाद और उनके समर्थक जामा मस्जिद पहुंचे थे और वहां धारा 144 लागू होने के बावजूद उन्होंने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।
दिल्ली के जामिया और सीलमपुर इलाके के बाद अब शुक्रवार देर शाम दरियागंज इलाके में भी हिंसा भड़क गई। इस दौरान उग्र भीड़ ने पुलिस स्टेशन के बाहर खड़ी कार को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान पुलिस ने 40 लोगों को हिरासत में भी लिया। इनमें से 8 नाबालिग शामिल हैं।
नागरिकता कानून के विरोध में बिहार में महागठबंधन की सहयोगी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए।
बिहार में बंद का दिखा असर
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के दौरान लखनऊ में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने शुक्रवार शाम एक राष्ट्रीय अंग्रेजी दैनिक के पत्रकार को हिरासत में ले लिया। बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद उन्हें छोड़ा गया। हजरतगंज पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए पत्रकार उमर राशिद ने बताया कि वह अपने कुछ पत्रकार साथियों के साथ भाजपा दफ्तर के बगल में स्थित एक होटल में नाश्ता कर रहे थे। तभी सादी वर्दी में आये पुलिसर्किमयों ने कुछ बात करने के लिये उन्हें अलग बुलाया और जबरन जीप में बैठा लिया।
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों मेरठ, बिजनौर, संभल आदि में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में 7 लोगों की मौत की खबर है।