Christmas 2025: क्रिसमस के मौके पर एक तरफ देश में जश्न का माहौल था लेकिन उस दौरान ही कुछ जगहों पर जश्न में खलल भी डाला गया। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने असम के नलबाड़ी कस्बे में एक डायोसीस स्कूल पर धावा बोल दिया और वहां क्रिसमस की सजावट को नष्ट कर दिया। इसी गुट ने एक दुकान में क्रिसमस की सजावट के सामान को भी तोड़फोड़ दिया।

अहम बात यह भी है कि नलबाड़ी की यह घटना पिछले एक हफ्ते में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित देश के कई हिस्सों से सामने आई क्रिसमस संबंधी अराजकता की सीरीज की लेटेस्ट घटना है। नलबाड़ी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिबेकानंद दास ने बताया कि उन्हें इस घटना के संबंध में पनीगांव स्थित सेंट मैरी इंग्लिश स्कूल के अधिकारियों से शिकायत मिली है।

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सांता क्लॉज की टोपी और मास्क जलाए

इस घटना को लेकर एसएसपी ने बताया कि स्कूल में हुई घटना के साथ-साथ, इसी समूह के लोग नलबाड़ी कस्बे के एक बाजार में स्थित एक दुकान पर भी गए, जहां सांता क्लॉज़ की टोपी और मास्क जैसी चीजें बेची जा रही थीं, और उन्हें जला दिया। अनुमान के मुताबिक, इस काम में 9 लोग शामिल थे।

छत्तीसगढ़ में भी क्रिसमस पर बवाल

असम की तरह ही छत्तीसगढ़ में लाठियों से लैस एक भीड़ राज्य की राजधानी रायपुर के मैग्नेटो मॉल में घुस गई और क्रिसमस की सजावट और प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की। कथित धर्मांतरण के विरोध में सर्व हिंदू समाज द्वारा बुधवार को एक दिवसीय ‘छत्तीसगढ़ बंद’ का आह्वान किया गया था। मॉल के एक कर्मचारी ने बताया कि “80-90 लोग जबरदस्ती अंदर घुस आए” और जमकर उत्पात मचाया।

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इस मामले में पुलिस ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने कहा कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपियों की पहचान के लिए हमारी जांच जारी है।

राजस्थान में भी सांत क्लॉज के कपड़ों को लेकर बवाल

कुछ ऐसा ही राजस्थान के श्री गंगानगर जिले में हुआ है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को क्रिसमस पर बच्चों को सांता क्लॉस के रूप में कपड़े पहनाने के लिए मजबूर करने पर रोक लगा दी है। 22 दिसंबर के एक आदेश में कहा गया है कि भारत तिब्बत सहयोग मंच ने एक पत्र प्रस्तुत किया है। जिसमें कहा गया है कि पिछले कुछ वर्षों से स्कूलों में क्रिसमस के दिन बच्चों को सांता क्लॉस के रूप में कपड़े पहनाए जा रहे हैं, जबकि श्री गंगानगर जिला सनातन (हिंदू और सिख) बहुल क्षेत्र है।

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इसमें कहां गया कि यहाँ ईसाई परिवार लगभग न के बराबर हैं। ऐसे में स्कूलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करना और बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालना उचित नहीं है। अगर किसी स्कूल में क्रिसमस के दिन बच्चों पर सांता क्लॉस बनने का दबाव डालने की सूचना मिलती है, तो विभाग नियमों के अनुसार कार्रवाई करेगा।

इसके अलावा दिल्ली से सोमवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें कथित तौर पर सांता क्लॉस की टोपी पहने महिलाओं के एक समूह को दिल्ली के लाजपत नगर में बजरंग दल के सदस्यों द्वारा परेशान किया जा रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि पुरुष महिलाओं पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगा रहे हैं और उन्हें वहां से जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है और यह घटना व्यक्तियों के बीच एक मामूली और क्षणिक मौखिक असहमति थी।

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