आने वाले कुछ महीनों में भले ही पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव होने वाले हों लेकिन पड़ोसी राज्य बिहार में भी राजनीतिक तपिश जोरों पर है। बढती राजनीतिक सरगर्मियों के बीच विपक्षी पार्टी के कई विधायकों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना जारी है। इसी क्रम में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पांच विधायकों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की है। वहीँ चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के इकलौते विधायक भी नीतीश कुमार से मिल चुके हैं. हालाँकि इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है।

बीते गुरुवार को एआईएमआईएम के बिहार के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के साथ सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात किया था। हालाँकि इस मुलाकात पर विधायकों ने कहा कि इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं। वे लोग अपने अपने क्षेत्र की समस्याओं और विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने गए थे। वहीँ प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री है और हमलोग विधायक हैं. इसलिए हम उनसे मुलाकात करेंगे और अपनी समस्याओं को लेकर बात करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस शिष्टाचार मुलाकात को जदयू में जाने की संभावना से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। एआईएमआईएम विधायकों के साथ मुलाकात के दौरान जदयू नेता विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।

वहीँ चिराग पासवान की पार्टी के इकलौते विधायक ने भी गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। इससे पहले लोजपा विधायक राजकुमार सिंह नितीश कुमार के विश्वस्त मंत्री से भी भेंट कर चुके हैं। मंत्री अशोक चौधरी ने लोजपा विधायक के साथ मुलाकात के बाद कहा था कि वह मेरे मित्र हैं और मुझे 15 वर्षों से अधिक समय से जानते हैं इसलिए वह मुझसे मिलने आये थे। हालाँकि लोजपा विधायक राजकुमार सिंह ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद जदयू में शामिल होने की किसी भी तरह की संभावनाओं को नकार दिया। 

आपको बता दूँ कि अभी पिछले ही दिनों मायावती की पार्टी बसपा के एक मात्र विधायक जमा खान ने जदयू का दामन थाम लिया था। वहीँ जमुई जिले के निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी लिखित रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समर्थन दे दिया था।