भारत और चीन के मध्य उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है । इसी बीच चीनी सैनिकों के द्वारा सादे कपड़ों में लद्दाख की सीमा पार कर भारत में घुसपैठ की घटना सामने आई है ।चीनी घुसपैठ की यह घटना लेह से 135 किलोमीटर दूर मौजूद चानतांग गाँव में हुई है जो कि न्योमा एरिया में आता है । हालाँकि चीनी सैनिक ज्यादा अंदर नहीं जा सके और गाँव के लोगों ने ही उनको पीछे धकेल दिया ।
न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार चीनी सैनिक सादे लिबास में दो गाड़ियों के साथ भारत के चानतांग गाँव में आ गए थे और स्थानीय चरवाहों को अपने पशु वहां चराने से मना कर रहे थे लेकिन स्थानीय निवासियों के जबरदस्त विरोध के कारण उन्हें वहां से वापस अपने क्षेत्र में जाना पड़ा । स्थानीय लोगों ने इस घटना से जुड़ा एक कथित वीडियो भी शेयर किया है लेकिन ITBP और सरकार की तरफ से इस घटना की कोई पुष्टि नहीं की गयी है । हालाँकि स्थानीय प्रशासन से जुड़े लोगों का कहना है कि यह घटना चार पांच दिन पहले की है ।
दरअसल इससे पहले भी कई बार चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में घुसने की घटनाएँ सामने आई हैं । इसी साल मई जून के महीने में चीनी सैनिकों के द्वारा भारतीय क्षेत्र के गलवान और पेंगोंग तसो झील में घुसपैठ की ख़बरें आई थी जिसके बाद सरकार ने भी यह माना था कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना बड़ी तादाद में प्रवेश कर गयी हैं । इससे पहले साल 2018 में भी अरुणाचल प्रदेश के उत्तरी पेंगोंग झील के पास चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की थी और भारत सीमा में 6 किलोमीटर तक अंदर घुस आये थे लेकिन आईटीबीपी जवानों के विरोध के बाद वापस लौट गए थे ।
दोनों देशों की सेनाओं के कोर कमांडर लेवल पर अबतक कुल 9 बार बात हो चुकी है इसके अलावा बीते 10 दिसंबर को दोनों विदेश मंत्रियों के बीच भी बातचीत हुई है । लेकिन इसके बावजूद मामला जस का तस बना हुआ है । इसी बीच चीनी सरकार ने LAC पर कई सैन्य अधिकारियों की नियुक्ति की है जिसमें जनरल झांग शुडोंग को वेस्टर्न मोर्चे की कमान सौंपी गयी है ।

