अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने दावा किया है कि रूस में जब भारतीय रक्षा मंत्री चीनी रक्षा मंत्री से बात कर रहे थे उस दौरान चीनी सैनिकों ने पांच भारतीय नागरिकों को बंधक बना लिया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए करारा जवाब देने की मांग की है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘हैरान करने वाली खबर! हमारे राज्य अरुणाचल प्रदेश के सुबासिरी जिले के पांच लोगों का कथित तौर पर चीन की सेना ने अगवा कर लिया है। कुछ महीने पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी। चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए।

कांग्रेस विधायक ने जिन लोगों के बंधक बनाए जाने का दावा किया है ,  उनके नाम टोच सिंगकम, प्रसाद रिंगलिंग, डोंगटू इबिया, तनु बेकर और नार्गु डिरी बताए जा रहे हैं। हालांकि उनके इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और सेना इस मामले में जानकारी जुटा रही है।

गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार मास्को में चीनी रक्षा मंत्री के सामने एक संबोधन के दौरान कहा कि एससीओ क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए विश्वास का माहौल, गैर-आक्रामकता, अंतरराष्ट्रीय नियमों के प्रति सम्मान तथा मतभेदों का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है। उनके इस बयान को पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ सीमा विवाद में संलिप्त चीन को परोक्ष संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।

रूस की राजधानी में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक मंत्री स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने द्वितीय विश्व युद्ध का भी उल्लेख किया और कहा कि उसकी स्मृतियां दुनिया को सबक देती हैं कि एक देश की दूसरे देश पर ‘आक्रमण की अज्ञानता’ सभी के लिए विनाश लाती हैं।