प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तीखा हमला बोला है। उनका कहना है कि सरकार बेशक से मोदी की यात्रा की सफलता को लेकर ढिंढोरा पीट रही हो। लेकिन हकीकत ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला। बावजूद इसके कि मोदी उनके देश में हैं और लद्दाख की 4026 sq kms जमीन पर चीन अपना कब्जा जमा चुका है।
स्वामी का कहना है कि अमेरिका की यात्रा की सफलता को लेकर सरकार कितना भी शोर मचाए पर हकीकत ये है कि मोदी खाली हाथ लौट रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर एक यूजर ने स्वामी को आड़े हाथ लेकर पूछा कि मोदी को क्या करना चाहिए। उनका सवाल था कि क्या मोदी अपनी जमीन वापस लेने के लिए चीन से दो दो हाथ करें या फिर वो शी जिनपिंग के साथ टेबल पर बैठकर समाधान का कोई रास्ता निकालें।
या तो झांसी की रानी के जैसे लड़ो या फिर पद्मिनी जैसे खुदकुशी करो
बीजेपी नेता ने कहा कि या तो झांसी की रानी या फिर रानी चेनम्मा की तरह से फाइट करो या फिर रानी पद्मिनी की तरह से खुदकुशी का रास्ता अपनाओ। लेकिन जिस शख्स ने आपकी जमीन पर कब्जा किया है उसके साथ समझौता करने की जरूरत नहीं है। फिर भगवान भी युद्ध के मैदान में आपकी मदद के लिए आएंगे। लेकिन मोदी को देखकर लगता है कि वो पहले से ही सरेंडर के मोड में हैं।
गौरतलब है कि चीन ने 2020 में लद्दाख में आक्रामकता का परिचय देकर हमला बोला था। इस लड़ाई में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। चीन के भी कई सैनिक हताहत हुए। बीजेपी नेता स्वामी तब से लगातार कहते आ रहे हैं कि चीन ने हमारी काफी जमीन पर कब्जा कर लिया है। पीएम मोदी को चाहिए कि वो सेना के हाथ खोलें।
दूसरी तरफ सरकार चीन को लेकर बीच की रणनीति अपना रही है। कभी आंखे दिखाती तो बात भी करती है। ये बात सुब्रमण्यम स्वामी को रास नहीं आ रही है। वो चीन की नीति को लेकर अक्सर सरकार पर हमलावर ही रहते हैं।