आईएनएक्स मीडिया मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। यह सुनवाई ईडी के धन शोधन के मामले में हो रही है। सोमवार को इसी मामले की सुनवाई के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि पूरा कोर्ट रूम ठहाकों से गूंज उठा। दरअसल चिदंबरम के वकील और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कोर्ट में जिरह के दौरान ‘लंबे हाथ’ वाली बात कही और फिर कपिल सिब्बल और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के बीच हाथों की लंबाई को लेकर बहस हो गई।

दरअसल ईडी ने पूर्व गृहमंत्री पी.चिदंबरम पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आईएनएक्स मीडिया मामले में अपने खिलाफ चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) मामले में सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की। ईडी के इस आरोप पर चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल ने इस पर हैरानी जतायी और कहा कि कोई बैंक अकाउंट के साथ छेड़छाड़ कैसे कर सकता है? कपिल सिब्बल ने कहा कि ‘यदि कोई ऐसा करता है तो उसके हाथ लंबे होने चाहिए।’ दरअसल कपिल सिब्बल ने यहां मुहावरा इस्तेमाल करते हुए यह बताना चाहा कि ऐसा करने के लिए व्यक्ति की पहुंच लंबी होनी चाहिए।

द इंडियन एक्सप्रेस में छपे आर्टिकल ‘दिल्ली कॉन्फिडेंशियल’ के अनुसार, कपिल सिब्बल के ‘लंबे हाथ’ वाली बात पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि ‘आपके हाथ लंबे हैं और वह इसे साबित कर देंगे।’ सॉलिसिटर जनरल के यह कहते ही कोर्ट रुम में ठहाके गूंज उठे। बता दें कि सॉलिसिटर जनरल के इतना कहते ही कपिल सिब्बल ने मुस्कुराते हुए कहा कि “लेकिन आपके हाथ मेरे से ज्यादा लंबे हैं, इसीलिए आप यहां हैं और मैं यहां जिरह कर रहा हूं।”

ईडी के धन शोधन मामले में कोर्ट ने चिदंबरम को मंगलवार तक गिरफ्तारी से संरक्षण दे दिया था। अब आज यानि कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में फिर से इस मुद्दे पर बहस होगी। कपिल सिब्बल ईडी के हलफनामे के जवाब में आज अपना हलफनामा दाखिल करेंगे। वहीं आईएनएक्स मीडिया मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों का भी सामना कर रहे पूर्व गृहमंत्री को और 4 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया गया है।

इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई मामले में चिदंबरम की याचिका पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चिदंबरम की रिमांड 4 दिन और बढ़ाने का फैसला किया। अब 30 अगस्त को चिदंबरम को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि साल 2007 में आईएनएक्स मीडिया के विदेशी निवेश को FIPB से मंजूरी दिलाने के आरोप में कथित अनियमित्ता बरती गई, जिसके आरोप तत्कालीन वित्त मंत्री पी.चिदंबरम पर लगे थे। इसी मामले में बीती 21 अगस्त को पी.चिदंबरम को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था।