कांग्रेस ने 2014 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा उपचुनावों में अंतागढ़ सीट को लेकर कथित सौदा करने में आरोपी विधायक अमित जोगी को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। इससे पहले छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस ने अमित को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस अध्‍यक्ष भूपेश बघेल ने बताया कि हमारी पार्टी ने अपना काम कर दिया है अब भाजपा की बारी है कि वह अंतागढ़ में लोकतंत्र के हत्‍यारों पर कार्रवाई करे। इस दौरान कांग्रेस कार्यालय के बाहर जोगी विरोधी नारे लगे और पटाखे छोड़े गए।

निलंबन के बाद मीडिया से बात करते हुए जोगी ने कहाकि वह इस कदम के खिलाफ अपील करेंगे क्‍योंकि उचित जांच नहीं हुई है। उन्‍होंने कहाकि कांग्रेस संविधान के अनुसार फैसले के खिलाफ पार्टी के अंदर चुनौती दी जा सकती है। मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने अपना पक्ष रखूंगा। छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस के निर्णय से मुझे कोई हैरानी नहीं हुई है और पूरा एपिसोड पहले से तय था। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, मेरे परिवार को हमेशा से गांधी परिवार से न्‍याय मिला है।

इंडियन एक्‍सप्रेस ने खुलासा किया था कि अंतागढ़ उपचुनावों में कांग्रेस उम्‍मीदवार मंतूराम पवार को अपना नाम वापस लेने के लिए कथित तौर पर पैसे ऑफर किए गए थे। इस मामले में जारी टेप में कांग्रेस उम्‍मीदवार मंतूराम पवार और फिरोज सिद्दीकी, दूसरे टेप में पूर्व मुख्‍यमंत्री अजित जोगी, उनके बेटे अमित जोगी और मुख्‍यमंत्री रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्‍ता के बीच बातचीत का खुलासा हुआ था। मंतराम पवार ने उपचुनावों के दौरान ऐनवक्‍त पर अपना नाम वापस ले लिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे।