Chandrayaan-2 Moon Landing: ‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का तड़के चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया। इसरो चीफ के सिवन ने कहा है कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर 7 साल तक काम कर सकता है। जबकि पूर्व में इसके जीवनकाल को एक वर्ष रखने की योजना थी।
विक्रम लैंडर से दोबारा संपर्क बनाने के लिए प्रयास जारी है। हम इसके लिए लगातार 14 दिन तक प्रयास करेंगे। सिवान ने कहा कि मिशन के लक्ष्यों को 90 से 95 फीसद तक हासिल किया जा चुका है और लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद इससे चंद्र विज्ञान में योगदान जारी रहेगा।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-2 की यात्रा शानदार और जानदार रही। उन्होंने कहा कि इसरो कभी हार नहीं मानता। पीएम मोदी शनिवार को इसरो सेंटर में इसरो वैज्ञानिकों के साथ ही पूरे राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे। पीएम ने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने इस मिशन के लिए खूब मेहनत की है। पीएम ने इस बाधा से निराश नहीं होने की बात कही।
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश इसरो के वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि इसरो कभी न हार मानने वाली संस्था है। इससे पहले चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद के दक्षिणी धुव्र पर सॉफ्ट लैंडिंग से महज 2.1 किलोमीटर की दूरी से पहले कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया। इसरो के प्रमुख के. सिवन ने लैंडर विक्रम के कंट्रोल रूम से संपर्क टूटने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डाटा का अध्ययन किया जा रहा है।
इसरो के एक वैज्ञानिक ने बताया कि लैंडर का संपर्क टूटने से महज 5 फीसदी का ही नुकसान हुआ है। चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा के चक्कर काट रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लैंडर विक्रम का संपर्क टूट जाने के बाद शनिवार रात को इसरो के वैज्ञानिकों से कहा कि देश को आप पर गर्व है। सर्वश्रेष्ठ के लिए उम्मीद करें। हौसला रखें। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।
क्या है Chandrayaan-2? जानें ISRO के इस मिशन के बारे में सबकुछ
ऐसा क्या है चंद्रयान-2 में, जो दुनिया भर की टिकी हैं इस पर निगाहें; भारत को क्या होगा फायदा
Highlights
चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इसरो वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई की, लेकिन पार्टी नेता उदित राज ने ''वैज्ञानिकों के पूजा-पाठ'' पर सवाल उठाकर एक विवाद को जन्म दे दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''हमारे वैज्ञानिकों ने अगर नारियल फोड़ने और पूजा पाठ में विश्वास के बजाय वैज्ञानिक शक्ति और आधार पर विश्वास किया होता तो अब तक मिली आंशिक असफलता का मुंह ना देखना पड़ता।''
इसरो चीफ के. सिवन ने कहा है कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर 7.5 साल तक काम कर सकता है। विक्रम लैंडर से दोबारा संपर्क बनाने के लिए प्रयास जारी है। चंद्रयान मिशन 95 फीसदी सफल है।
चंद्रयान 2 मिशन पर इसरो ने कहा है कि 'इस मिशन से अभी तक 90 से 95 प्रतिशत उद्देश्यों को पूरा किया जा चुका है। हमें जो जानाकारियां हासिल हुई हैं वो चांद से संबंधित विज्ञान को समझने में मदद करेगी। संगठन ने हर चरण के लिए सफलता का मानक पहले से ही तय किया हुआ था।'
‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का तड़के चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया। इस मिशन पर बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान ने प्रतिक्रिया दी है। शाहरुख ने ट्वीट किया, ‘‘कई बार हम जिस मंजिल पर पहुंचना चाहते हैं वहां नहीं पहुंच पाते हैं। महत्त्वपूर्ण यह है कि हमने मंजिल की तरफ बढ़ना शुरू किया और उम्मीदों तथा भरोसे को कायम रखा। हमारी मौजूदा स्थिति कभी भी हमारी अंतिम मंजिल नहीं होती। वह हमेशा समय और विश्वास के साथ आती है। इसरो पर हमें गर्व है।’’
चंद्रमा के अनछुए दक्षिणी ध्रुव पर रोवर की ‘सॉफ्ट लैंडिंग' कराने का भारत का ऐतिहासिक मिशन भले ही अधूरा रह गया हो लेकिन उसके इंजीनियरिंग कौशल और बढ़ती आकांक्षाओं ने अंतरिक्ष महाशक्ति बनने के उसके प्रयास को गति दी है । दुनिया भर की मीडिया ने शनिवार को यह टिप्पणी की। न्यूयॉर्क टाइम्स, द वॉंशिंगटन पोस्ट, बीबीसी और द गार्डियन समेत अन्य कई प्रमुख विदेशी मीडिया संगठनों ने भारत के ऐतिहासिक चंद्रमा मिशन ‘चंद्रयान-2’ पर खबरें प्रकाशित एवं प्रसारित कीं। अमेरिकी पत्रिका ‘वायर्ड’ ने कहा कि चंद्रयान-2 कार्यक्रम भारत का अब तक का ‘सबसे महत्त्वकांक्षी’ अंतरिक्ष मिशन था।
पत्रिका ने कहा, ‘‘चंद्रमा की सतह तक ले जाए जा रहे विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से संपर्क टूटना भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक बड़ा झटका होगा..लेकिन मिशन के लिए सबकुछ खत्म नहीं हुआ है।’’ न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत की ‘‘इंजीनियंरिंग शूरता और दशकों से किए जा रहे अंतरिक्ष कार्यक्रमों के विकास’’ की सराहना की।
‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ के चंद्रमा की सतह पर पहुंचने से कुछ ही मिनटों पहले उससे संपर्क टूट जाने के बाद खेल जगत ने शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) के वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए अगली बार मजबूती से वापसी करने को कहा। क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘ विज्ञान में असफलता जैसा कुछ नहीं है, हम प्रयोग करते हैं और हमें फायदा होता है। इसरो में वैज्ञानिकों के लिए बहुत सम्मान जिन्होंने दिन-रात लगातार काम किया। राष्ट्र को आप पर गर्व है, जय हिंद।’’
चंद्रयान -2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि यह सफर थोड़ा लंबा जरूर हुआ है लेकिन आने वाले कल में सफलता जरूर मिलेगी। सोनिया ने एक बयान में इसरो के वैज्ञानिकों के उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, ''''हम इसरो और इससे जुड़े पुरुषों एवं महिलाओं के ऋणी हैं। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने भारत को अंतरिक्ष की दुनिया में अग्रणी देशों की कतार में शामिल कर दिया है और आगे की पीढ़ियों को प्रेरित किया है कि वे सितारों तक पहुंचे। मुझे कोई संदेह नहीं है कि हम वहां पहुंचेंगे, भले ही आज नहीं पहुंच पाए, लेकिन कल हम जरूर पहुंचेंगे।''
मिशन अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके पीछे एक वजह है 'ऑर्बिटर। 'चांद की कक्षा में पहुंचने के बाद ऑर्बिटर अभी भी पूरी तरह 'फिट' है। यह ऑर्बिटर एक साल तक काम करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य पृथ्वी और लैंडर के बीच संपर्क करना है। ऑर्बिटर चांद की सतह का नक्शा तैयार करेगा, ताकि चांद के अस्तित्व और विकास का पता लगाया जा सके। इसके साथ ही इमेजिंग आइआरएस स्पेक्ट्रोमीटर की मदद से वहां मौजूद पानी और अन्य तत्वों का पता लगा सकता है। ऑर्बिटर चंद्रमा की कई तस्वीरें लेकर इसरो को भेज सकता है। जो वहां की बारीकियों को समझने में मददगार साबित हो सकती हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व जताया है। उन्होंने चंद्रयान-2 के लिए इसरो के वैज्ञानिकों की प्रशंसा की और कहा कि पूरे देश को उनके प्रयासों पर गर्व है।
चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम के चंद्रमा की सतह पर पहुंचने से कुछ ही मिनटों पहले उससे जमीनी संपर्क टूट जाने के बाद उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें वैज्ञानिकों पर गर्व है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘हमें अपने वैज्ञानिकों पर बहुत गर्व है। वे अपनी दूरदृष्टि, प्रतिबद्धता और लगन के साथ हमारे लिए चिरस्थायी प्रेरणा के स्रोत रहे हैं।’’
चंद्रयान-2 के चंद्रमा के इतने करीब पहुंचने के लिए मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने भारत के साथ ही इसरो की टीम को उनके प्रयास के लिए बधाई दी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि चंद्रयान के साथ भेजा गया ऑर्बिटर अभी चांद के चक्कर लगा रहा है। पीएम ने कहा कि चांद पर पहुंचने का हमारा सपना जरूर पूरा होकर रहेगा। पीएम मुंबई में मेट्रो की तीन नई लाइनों का उद्घाटन करने पहुंचे। इससे पहले पीएम मोदी ने यहां गणेश पूजा की।
ऑर्बिटर के जरिये लैंडर विक्रम का पता लगाएंगे। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि इसरो की टीम लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने के कारणों का पता लगा रही है। इसरो ने कहा कि लैंडर विक्रम के बारे में अभी कोई खबर नहीं है।
बसपा प्रमुख ने चंद्रयान-2 मिशन से जुड़े इसरो के वैज्ञानिकों का हौंसला बढाया। मायावती ने ट्वीट में कहा कि चाँद पर कदम रखने के लिए चन्द्रयान-2 मिशन ने समस्त भारतीय जनमानस को रोमांचित किया है। इस सम्बंध में भारतीय वैज्ञानिकों खासकर ’इसरो’ के वैज्ञानिकों ने अबतक जो भी सफलता प्राप्त की है वह गर्व करने लायक है व उसकी सराहना की जानी चाहिए। साथ ही, आगे बढ़ते रहने के लिए यह जरूरी है कि निराशा, हताशा व दुःखी कतई न हों और यह भी याद रहे कि ’गिरते हैं शहसवार मैदान-ए-जंग में, वह तिफ्ल (बच्चा) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले’। वैज्ञनिकों को देशहित में काम करते रहने के लिए उनके हौंसले बढ़ाते रहने की जरूरत है।
चंद्रयान के बारे में बात करते हुए उत्तर प्रदेश के मंत्री और भाजपा नेता मोहसिन रजा भावुक हो गए। रजा ने लैंडर विक्रम से इसरो कंट्रोल रूम से संपर्क टूटने का जिक्र भी किया। उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों के काम की सराहना की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी इसरो वैज्ञानिकों से कहा कि वे निराश न हों और उनकी उपलब्धियों पर देश को गर्व है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्वीट किया कि इसरो की टीम का समर्पण और कठिन परिश्रम ‘‘हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।’’ ‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था।
इसरो के अनुसार विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को 14 दिन चांद की सतह पर रख कर आंकड़े जुटाए जाने और प्रयोग किए जाने की योजना थी। चंद्रयान 2 का ऑर्बिटर कंपोनेंट सही काम कर रहा था और कंट्रोल रूम को सिग्नल भेज रहा था। विक्रम लैंडर ने भी रफ्तार कम करने के लिए अपनी गति की दिशा में चार थ्रस्टर्स सफलतापूर्वक फायर किए गए।
अपने संबोधन का बाद रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने इसरो प्रमुख के. सिवन को गले लगाया। पीएम ने इसरो प्रमुख को भविष्य के मिशन के लिए शुभकामनाएं भी दीं। वहीं, इसरो प्रमुख पीएम के गले लगकर भावुक हो गए।
पीएम मोदी ने कहा कि विज्ञान परिणाम से रुकता या झुकता नहीं है। विज्ञान लगातार प्रयास...प्रयास... और प्रयास करता रहता है। पीएम ने कहा कि मैं पूरे विश्वास के साथ आपके हौंसलों पर भरोसा करता हूं। पीएम ने कहा कि मैंने सुबह-सुबह यह कसरत आपसे प्रेरणा पाने के लिए हैं। पीएम ने वैज्ञानिकों से कहा कि आप खुद जीती जागती प्रेरणा हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-2 की यात्रा शानदार, जानदार रही है। उन्होंने कहा कि मैं देश या देश से बाहर रहने के दौरान भी चंद्रयान-2 की जानकारी लेता रहा। पीएम मोदी ने कहा कि हर कठिनाई हमें नया मुकाम देती है। पीएम ने वैज्ञानिकों को आने वाले मिशन को लिए शुभकामनाएं दीं।
पीएम मोदी ने कहा कि ज्ञान का सबसे बड़ा शिक्षक विज्ञान है। उन्होंने कहा कि निरंतर लक्ष्य की तरफ बढ़ना हमारी परंपरा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश इसरो के वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है। पीएम ने कहा कि इसरो कभी न हार मानने वाली संस्था है। आज इसरो दुनिया के अग्रणी संस्थानों में से एक है। इसका परिणाम आज सबके सामने है। पीएम ने कहा कि हमें आप सभी के प्रयासों पर गर्व है। पीएम ने एक बार फिर से वैज्ञानिकों से कहा कि वह और पूरा देश उनके साथ है।
पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा कि आप लोगों ने जो किया है वह किसी ने नहीं किया है। आप लोग पत्थर पर लकीर खींचने वालों में से हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी अच्छा परिणाम आना बाकी है। पीएम मोदी ने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के परिवारों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों के परिवारों का मूक समर्थन सबसे बड़ी संपत्ति है।
लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने के संदर्भ में पीएम मोदी ने कहा रुकावटों से हमारा हौंसला कमजोर नहीं होगी। पीएम ने कहा कि इस बाधा से हमारा हौंसला अधिक मजबूत होगा।
पीएम ने कहा कि मैं आपके चेहरे की उदासी मैं पढ़ पाता था। और इसलिए ज्यादा देर मैं आपके बीच नहीं रुका। मेरा मन करता था एक बार सुबह फिर से आपको बुलाऊं, आपसे बाते करूं। इस मिशन का साथ जुड़ा हुआ हर व्यक्ति एक अलग ही अवस्था में था। बहुत से सवाल थे।
पीएम मोदी ने भारत माता की जय के नारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा आप वो लोग हैं जो मां भारती की जय के लिए जूझते हैं। इसलिए पूरा जीवन खपा देते हैं। अपने सपनों को समाहित कर देते हैं। साथियों, मैं कल रात को आप की मनस्थिति को समझता था। आपकी आंखें बहुत कुछ कहती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करने के लिए इसरो सेंटर पहुंच गए हैं। इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने पीएम मोदी की अगुवाई की।
विभिन्न विशेषज्ञों ने कहा कि अभी इस मिशन को असफल नहीं कहा जा सकता। लैंडर से पुन: संपर्क स्थापित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर लैंडर विफल भी हो जाए तब भी ‘चंद्रयान-2’ का ऑर्बिटर एकदम सामान्य है और वह चांद की लगातार परिक्रमा कर रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसरो वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मिशन पर बेहतरीन काम किया तथा कई और महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशनों की नींव रखी है। गांधी ने ट्वीट किया, 'इसरो को ‘चंद्रयान-2’ मिशन पर उसके बेहतरीन कार्य के लिए बधाई। आपका भाव और समर्पण हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा है। आपका काम व्यर्थ नहीं जाएगा। इसने कई और महत्वपूर्ण तथा महत्वाकांक्षी भारतीय अंतरिक्ष मिशनों की नींव रखी है।' कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा कि समूचा देश इस समय इसरो की टीम के साथ खड़ा है। अंतरिक्ष एजेंसी के कठिन परिश्रम और प्रतिबद्धता ने देश को गौरवान्वित किया है।
इसरो के एक वैज्ञानिक ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद 95 फीसदी मिशन ठीक है। इस मिशन की अवधि एक साल की है। ऑर्बिटर इस दौरान चंद्रमा की कई फोटो लेगा और इसरो को भेजेगा। अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारी ने कहा ऑर्बिटर लैंडर की तस्वीर भी ले सकता है। इससे लैंडर की स्थिति की जानने में मदद मिल सकती है।
इसरो की तरफ से लैंडर विक्रम के कंट्रोल रूम से संपर्क टूटने की जानकारी के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है। कोविन्द ने ट्वीट किया, ‘‘चंद्रयान-2 मिशन के साथ इसरो की समूची टीम ने असाधारण प्रतिबद्धता और साहस का प्रदर्शन किया है। देश को इसरो पर गर्व है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करते हैं।’’
इसरो प्रमुख के. सिवन ने लैंडर के कंट्रोल रूम से संपर्क टूटने की जानकारी पीएम को भी दी। इसके बाद पीएम मोदी ने इसरो प्रमुख के. सिवन की पीठ भी थपथपाई। पीएम मोदी ने मोदी ने बाद में एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और भारत को हमेशा गौरवान्वित किया है। ये क्षण हौसला रखने के हैं और हम हौसला रखेंगे। इसरो अध्यक्ष ने चंद्रयान-2 पर अपडेट दिया। हमें उम्मीद है और हम अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में कठिन परिश्रम जारी रखेंगे।’’
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट किया, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आज (7 सितंबर 2019) सुबह आठ बजे इसरो के नियंत्रण केंद्र से राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें। यह आपकी कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, आपने बहुत उत्तम सेवा की है, मैं पूरी तरह आपके साथ हूं।
इसरो चीफ ने चंद्रयान 2 लेकर छाई मुख्यालय में छाई खामोशी पर जानकारी दी है कि विक्रम लैंडर से सपर्क टूट गया है।
चंद्रयान 2 को लेकर इसरो मुख्यालय में तनाव बरकरार है। इसरो प्रमुख ने इससे संबंधित जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी है।
लैंडर चांद की सतह से करीब 27 किलोमटीर दूर है। जिसमें 6 मिनट का समय लगेगा।
विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले 15 मिनट से कम समय में चंद्रयान 2 चंद्रमा की सतह को छू लेगा