सौरभ पराशर
चर्चित पंजाबी लोकगायक एवं रैपर शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच में उनके ट्राइसिटी के साथ जुड़े तमाम पहलू सामने आए हैं, जहां लारेंस बिश्नोई गुट और बंबीहा गुटों के बीच संघर्ष किसी से छिपी नहीं है। नतीजतन कई साल से इन बदमाश गुटों के शातिरों या उनके साथ काम करने वाले बदमाशों को ढेर किया जाता रहा है। अक्तूबर, 2020 में पूर्व छात्र नेता, गोल्डी बराड़ के भाई और लारेंस बिश्नोई के दाहिने हाथ गुरलाल बराड़ को एक नाइट क्लब के बाहर गोलियों से भून दिया गया था और इस हत्याकांड की जिम्मेदारी बंबीहा गुट ने ली थी।
अगस्त, 2021 में युवा अकाली नेता और लारेंस बिश्नोई के नजदीकी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिड्ढूखेड़ा को भी मोहाली में पीछा कर ढेर कर दिया गया था। मोहाली पुलिस की जांच-पड़ताल में पता चला कि हत्याकांड में सिद्धÞ मूसेवाला के मैनेजर शुभमनप्रीत सिंह का हाथ था। वैसे मिड्ढूखेड़ा पंजाब विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में भी सक्रिय था। गत 29 मई को मूसेवाला हत्याकांड के बाद गोल्डी बराड़ और लारेंस बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर डालीं अपनी कुछ पोस्ट के मार्फत दावा किया था इस हत्याकांड को मिड्ढूखेड़ा की हत्या का बदला लेने की मंशा से ही अंजाम दिया गया।
चंडीगढ़ पुलिस की अपराधा शाखा में तैनात आला अधिकारी का कहना है, ‘ट्राइसिटी अंतरराज्यीय बदमाशों की करतूतों से अछूता नहीं रहा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य राज्यों में वांछित बदमाश चंडीगढ़ पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने रहते हैं। हमारे विभाग के जांच अधिकारी इन बदमाशों की धरपकड़ के लिए दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस में तैनात समकक्ष अधिकारियों के संपर्क में रहते हैं और जिनके साथ हम इनसे जुड़ी अहम जानकारियां साझा करते हैं।
लारेंस बिश्नोई भी, जो फिलहाल पंजाब पुलिस की हिरासत में है, तीन मामलों में चंडीगढ़ पुलिस को वांछित है। अब हम अपने इन्हीं मामलों में उसकी पुलिस हिरासत हासिल करने की प्रक्रिया शुरू की है। वर्ष 2017 और 2021 के बीच यहां ट्राइसिटी में ही कई बदमाश गुटों व अन्य बदमाशों के हाथों कम से कम पांच हत्याएं की जा चुकी हैं।’ सूत्रों का कहना है कि पांच में से चार हत्याकांडों में सुपारी लेकर हत्या करने वाले हमलावरों की मदद ली गई जो बाहरी लोग थे।
सूत्रों ने बताया, ‘यहां ट्राइसिटी में घटित पांच हत्याकांडों में मनीमाजरा वासी अमित शर्मा उर्फ मीत शर्मा, बाउंसर से कंपनियों को कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली कंपनी का मालिक एवं विवादित प्रापर्टी डीलर व फाइनेंसर सुरजीत सिंह, बुड़ैल वासी राजवीर सिंह उर्फ सोनू शाह, पूर्व छात्र नेता गुरलाल बराड़ और विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिड्ढूखेड़ा की हत्याएं यहां की गर्इं। अमित शर्मा हत्याकांड में तो स्थानीय बदमाश शामिल थे जिन्हें मई, 2017 में पंचकूला में ढेर कर दिया गया था।’ उप-पुलिस अधीक्षक डीएसपी अपराध, रजनीश का कहना है, ‘हम नियमित तौर पर अपने पड़ोसी प्रांतों के साथ बदमाशों के बारे में जानकारियां साझा करते रहते हैं। अन्य राज्यों से हासिल जानकारियों के आधार पर हम कार्रवाई भी करते हैं।’