सुरेंद्र सिंघल
शहीद भगत सिंह के भतीजे सरदार किरणजीत सिंह संधू ने चंड़ीगढ़ के अंतरराज्यीय हवाईअड्डे का नाम शहीदे-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखे जाने पर पंजाब और हरियाणा सरकारों का आभार जताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि वह शीघ्र से शीघ्र इस दिशा में कार्रवाई करें जिससे करोड़ों भारतीयों की इच्छा पूरी हो सके।
सहारनपुर में अपने जैन कालेज रोड़ आवास पर सरदार किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि वर्ष 2007 में भगत सिंह की 100वीं जयंती के अवसर पर पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चंड़ीगढ़ हवाईअड्डे का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर रखने की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थीं।
लेकिन तब प्रधानमंत्री मनमोहन की सरकार इस संबंध में फैसला नहीं ले पाई थी। बाद में 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हवाईअड्डे का उद्घाटन किया था और उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को खासकर सरदार भगत सिंह के परिजनों को भरोसा दिया था कि वे चंड़ीगढ़ हवाईअड्डे का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर कर देंगे यदि दोनों राज्य सरकारें उनके नाम का प्रस्ताव करती हैं। तब हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर इस हवाईअड्डे का नाम किसी और नाम पर रखने की बात कह रहे थे।
केंद्र सरकार इस हवाई अड्डे का नाम चंड़ीगढ़ ही रखने पर सहमत थी। इस हवाईअड्डे का टर्मिनल पंजाब के मोहाली में पड़ता है। भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि बीते शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दोनों ने चंड़ीगढ़ हवाईअड्डे का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर करने की सहमति जताई।
और केंद्र सरकार को इसका प्रस्ताव भेज दिया। पंजाब-हरियाणा और केंद्र सरकार तीनों की इस हवाईअड्डे में हिस्सेदारी है। किरणजीत सिंह संधू ने बताया कि वह भगत सिंह के साथ 23 मार्च 1931 को फांसी पर चढ़ाए गए महाराष्ट्र पुणे के शहीद शिवराम हरि राजगुरु के सम्मान में पुणे में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेने जा रहे हैं। जहां उनके साथ समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी और पूर्व उपमुख्य मुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल रहेंगे। वहां से लौटकर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उड्डयन मंत्री सिंधिया से भेंट करेंगे।