किसान आंदोलन के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे देशभर में किसानों ने चक्का जाम कर दिया है। चक्का जाम में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं। चक्का जाम कर रहे किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गए तीनों कृषि कानून को रद्द कर रहे हैं। हरियाणा के रोहतक में चक्का जाम के दौरान किसानों ने रास्ते में ही ट्रक और ट्रैक्टर खड़े कर दिए। हालाँकि इस दौरान जाम में फंसे लोगों को किसानों की तरफ से खाना पीना भी दिया गया।
किसानों ने हरियाणा में रोहतक – दिल्ली हाईवे के पास जाम लगाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों और उनके परिवार वालों ने रोहतक से गुजरने वाले सभी राजमार्ग को बंद किया। इस दौरान हरियाणा रोडवेज और अपने निजी वाहनों से सफ़र कर रहे लोग जाम में फंस गए। जाम में फंसे लोगों को आंदोलनकारी किसानों की तरफ से चाय, पानी, भोजन और फल दिए गए। इतना ही नहीं कई यात्री भी इस दौरान किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। यात्रियों ने बताया कि हम भले ही थोड़ी देर से अपने गंतव्य पर पहुँचेंगे लेकिन किसानों ने उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी।
हालाँकि चक्का जाम में एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए सड़कों को खुला रखा गया है। आपको बता दूँ कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड को छोड़ कर देश के अन्य हिस्सों में किसानों के द्वारा चक्का जाम किया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने चक्का जाम को लेकर कहा कि आज चक्का जाम हर जगह शांतिपूर्ण ढंग से किया जा रहा है. अगर कोई भी अप्रिय घटना होती है तो दंड दिया जाएगा। चक्का जाम के मद्देनजर दिल्ली हाई अलर्ट पर है. दिल्ली-एनसीआर में 50,000 के करीब जवानों की तैनाती की गई है। हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है। लाल किले को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।