पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) छोड़ते ही बागी नेता शुवेंदु अधिकारी को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जेड श्रेणी (‘Z’ Category) सुरक्षा मिल गई है। शुक्रवार को यह जानकारी समाचार एजेंसी ANI ने मंत्रालय के जारी आदेश के हवाले से दी।
बयान के मुताबिक, “केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के परामर्श से मंत्रालय में शुवेंदु की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की गई। बंगाल में बुलेट प्रूफ वाहन के साथ उन्हें ‘जेड’ श्रेणी का सीआरपीएफ सुरक्षा प्रदान करने का फैसला लिया गया है।”
मंत्रालय के मुताबिक, अधिकारी को बंगाल के बाहर यानी अन्य राज्यों में Y ‘+’ श्रेणी की CRPF सुरक्षा मिलेगी। टीएमसी में बगावत करने वाले शुवेंदु अधिकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद करीबी माने जाते थे।
अधिकारी ने हाल ही में अपना इस्तीफा टीएमसी सुप्रीमो और बंगाल सीएम ममता बनर्जी को सौंपा था। उन्होंने इसके अलावा बंगाल विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया था।
कौन हैं शुवेंदु अधिकारी? जानिए
अपने त्याग-पत्र में उन्होंने कहा था- मैं All India Trinamool Congress सदस्य के साथ पार्टी से संबंधित अन्य सभी पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं। मैं उन सभी चुनौतियों और अवसरों के लिए शुक्रगुजार हूं, जो मुझे दिए गए। साथ ही मैं हमेशा पार्टी के सदस्य के रूप में बिताए गए अपने समय को महत्व दूंगा।
हालांकि, ममता ने उनके जाने के बाद कहा था कि तृणमूल एक बरगद के पेड़ जैसा दल है। ऐसे में इसमें एक-दो लोगों के जाने से फर्क नहीं पड़ता है। दीदी को भले ही अपने दल पर पूरा यकीन हो, मगर उन्हें झटके पर झटका मिल रहा है।
अधिकारी के बाद जितेंद्र तिवारी ने इस्तीफा दिया। फिर शुक्रवार को विधायक शीलभद्र दत्ता और कबीरुल इस्लाम (अल्पसंख्यक इकाई के महासचिव पद से) के इस्तीफे आए। इसी बीच खबर है कि एक समेत 61 पार्टी नेता टीएमसी छोड़ सकते हैं। ऐसे में दीदी की पार्टी पर बड़ी टूट का खतरा मंडरा रहा है।