केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में राफेल पर सवाल पूछने पर भड़क गए। उन्हों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बेशर्म तक कह डाला। कार्यक्रम में पत्रकार ने कहा, “राफेल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से शुरुआती जीत मोदी सरकार को हुई। कहा गया कि राफेल की खरीददारी में शक की गुंजाईश नहीं है, लेकिन फिर विपक्ष सरकार घेरने में कामयाब रहा। उनका ये कहना था कि आप लोगों ने गलत जानकारी दी। इसकी वजह से पीएसी के मुद्दे पर क्यूरेटिव के लिए आपको कोर्ट में पहुंचना पड़ा।” इस सवाल के जवाब में रविशंकर प्रसाद ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने राफेल के नाम पर झूठ परोसा, झूठ बताया और इतनी भी शर्म नहीं है कि वो माफी मांगे। सुप्रीम कोर्ट में सबकुछ बेनकाब हो गया है।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट के निर्णय में क्या-क्या कहा गया है, इस बात को समझना जरूरी है। देश की वायुसेना को सुरक्षा के लिए मारक जहाजों की जरूरत है। 2005 से 2012 तक अनावश्यक विलंब किया गया। बाद में टेंडर आने के बाद इसको डिले किया गया। हमने पूरे निर्णय की प्रक्रिया को जांचा है। ये निर्णय की प्रक्रिया बिल्कुल सही है। इसमें कोई कॉमर्शियल वेस्टेड इंटरेस्ट नहीं है।”
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “राहुल गांधी के सारे तर्क गलत थे। जिस तरह की बेशर्मी की बात राहुल गांधी ने हमारे प्रधानमंत्री के लिए की है, जो कि एक ग्लोबल लीडर हैं, जिनकी ईमानदारी के बारे में पूरे देश को मालूम है, वो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से उम्मीद नहीं थी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर निर्णय के बाद जो हमला बोला, इससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण था। इस झूठ के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को माफी मांगनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने पूरे निर्णय की प्रक्रिया को खुद देखा है, इसलिए पीएसी और सीएजी से फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन जिस तरह का स्तरहीन हमला किया गया, वह राहुल गांधी से उम्मीद नहीं थी। यदि हिम्मत है तो कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट चली जाए, लेकिन वह पार्टी अपने मोहरों के सहारे खेल रही थी। देश के लिए राफेल जरूरी है।