केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भाजपा के लिए धर्मनिरपेक्षता राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। अपने इस तर्क के लिए केंद्रीय मंत्री ने आंकड़े भी पेश किए। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नकवी ने ये बातें कही। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे धर्मनिरपेक्षता को अपना राजनीतिक साधन मानते हैं। जबकि बीजेपी इसे एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी मानती है। नकवी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता, भाजपा के लिए एक संवैधानिक और नैतिक प्रतिबद्धता है, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने इसका प्रयोग वोट पाने के लिए किया है।

आगे उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार की आवास योजना का लाभ लेने वाले 2 करोड़ लोगों में से 31% अल्पसंख्यक समुदाय से हैं, जबकि 12 करोड़ लोगों को दी गई किसान सम्मान निधि भी 33% अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को ही मिली है।

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के बाद से अल्पसंख्यक वोटों के राजनीतिक व्यापारियों ने अल्पसंख्यकों को ठगने के लिए चाल चली। नकवी ने कहा कि डर का माहौल बनाकर, असहिष्णुता के नाम पर, धर्म का जाल बिछाकर, उनका वोट हथियाने की साजिश रची है। वो लोग अफवाहें फैला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अल्पसंख्यकों सहित सभी वर्गों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के लिए प्रतिबद्ध है। नकवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्षता की राजनीति करने वालों ने जानबूझकर अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण की उपेक्षा की। देश में अधिकतम समय तक सत्ता का आनंद लेने वाले राजनीतिक दलों ने अपनी सुविधा के लिए धर्मनिरपेक्षता का उपयोग करके फूट डालो और राज करो का रास्ता अपनाया।

आगे नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यकों को, धर्मनिरपेक्षता का पर्दा पहनकर साजिशों को अंजाम देने वाली पार्टियों से सावधान रहना होगा। उन्होंने दावा किया कि अल्पसंख्यक अब वास्तविकता को समझ गए हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और भाजपा की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं।